घरवाले नाटक समझते रहे कारोबारी ने कर ली खुदकुशी

            गोरखपुर : गोरखनाथ क्षेत्र के हुमायूंपुर उत्तरी चौराहे निवासी एक कारोबारी ने खुदकुशी कर ली। वह कई दिनों से खुदकुशी की बात कर रहा था। उसकी हरकतों से घरवाले उसकी बातों को नाटक ही समझ रहे थे और यही नाटक करते-करते शुक्रवार की रात कारोबारी ने फंदे से लटक कर जान दे दी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हिमायूंपुर उत्तरी चौराहे पर स्वर्गीय प्रेम शंकर यादव का मकान है। उनके दो बेटे विनय शंकर यादव उर्फ राका और संजय यादव हैं। शुक्रवार की रात तकरीबन 9 बजे विनय चौराहे से आया और परिजनों से फंदे से लटक कर जान देने की बात कही। वह शराब के नशे का आदी था। परिवार के लोगों ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। इसकी वजह यह थी कि पहले भी कई बार वह इस तरह की बात कर चुका था। पर इस बार वह अपने कमरे में गया और फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। 
जब उसकी आवाज नहीं सुनाई दी तो परिवार के लोग कमरे की तरफ गए जहां वह फंदे से लटका हुआ था और उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वह एक बेटी और दो बेटों का पिता था। पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। प्रेम शंकर यादव के पास काफी प्रापर्टी है। हुमायूंपुर चौराहे पर और जगेसर पासी चौराहे पर दुकान और मकान है। कई दुकानें किराए पर हैं।


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