पहले अकड़ दिखाई फिर गिड़गिड़ाने लगा सर्राफ


        गोरखपुर:डीआरआई के शिकंजे में फंसा सोना कारोबारी माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला को संरक्षण देने से लेकर सोने की तस्करी तक के कारनामों के लिए चर्चा में रहा है। डीआरआई टीम को पहले उसने अकड़ दिखाई। टीम को घर के बाहर खड़ा रखा। अंदर आने पर धमकाने की कोशिश की लेकिन टीम के सख्ती दिखाते ही गिड़गिड़ाने लगा। उसने ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए छोड़ने की फरियाद भी की लेकिन टीम उसे घर से लेकर गोपनीय ठिकाने को रवाना हो गई।
*डीआरआई के शिकंजे में फंसे सोना कारोबारी ने बचने के लिए पहले टीम को धमकाया*

*सख्ती होते ही गिड़गिड़ाया और ऊंची पहुंच का हवाला देकर करने लगा फरियाद*

सूत्रों के मुताबिक गोरखपुर में ही पॉश कॉलोनी स्थित गोपनीय स्थान पर पूछताछ की गई। लखनऊ में पकड़े गए सोना तस्करों के बारे में पूछने पर उसने पहचानने से इनकार कर दिया। टीम ने पकड़े गए लोगों के बयान के वीडियो दिखाए। कॉल डिटेल का जिक्र किया तो कुछ ही देर में उसने सचाई स्वीकार कर ली। सूत्रों ने दावा किया कि पूछताछ में कुछ बातों की पुष्टि हुई है। मसलन 7 किलो सोना कार में गोपनीय स्थान बना कर गोरखपुर में ही छिपाया गया था। सोना मध्य एशिया के किसी देश से नेपाल और वहां से गोरखपुर लाया गया था। इसकी सप्लाई कानपुर के एक बड़े सर्राफ को दी जानी थी। डीआरआई इस बात की भी छानबीन कर रही है कि नेपाल से आई सोने की खेप में सात किलो सोना ही था या उससे ज्यादा था। अगर सोना ज्यादा था तो बाकी सोना कहां छिपाया गया है या उसे कहां भेजा गया है।
*देर रात वीडियो कान्फ्रेंसिंग :* सूत्रों के मुताबिक देर रात तक डीआरआई सोना कारोबारी से काफी कुछ कबुलवाने में कामयाब हो गई। उसके बाद मुख्यालय को सूचना दी गई तो वीडियो कान्फ्रेंसिंग पर बयान दर्ज कराने का निर्देश मिला। उसके बाद टीम उसे लेकर ऐसे स्थान पर पहुंची जहां वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधा है। देर रात उसके बयान दर्ज कराने की सूचना है।
*परिजन ही नहीं पड़ोसी(सूमो) भी खामोश*
सोना कारोबारी को लेकर टीम के जाने के बाद भी परिजन खामोश हैं। उनसे संपर्क की कोशिश की गई पर कोई जवाब नहीं मिला। उधर कारोबारी के पड़ोसी भी चुप हैं। आवास और दुकानों पर डीआरआई अफसरों के छापे के मामले में आस-पास का कोई भी व्यक्ति मुंह नहीं खोल रहा है। अलबत्ता कुछ लोग दबी जुबान बोले कि तड़के कुछ गाड़ियां पहुंचीं। फिर कुछ देर बाद पुलिस भी आई। काफी देर बाद गेट खुला तो लोग अंदर गए। रात में कारोबारी को लेकर वे लोग कहीं चले गए। उसके बाद से घर में कोई नहीं आया है। कारोबारी के घर व दुकानों के आस-पास सन्नाटा है। उसकी दुकानों पर तो ताला लगा ही है, दहशत में उसके आसपास की कई दुकानें भी बंद हैं।
*74 लाख रुपए की चांदी पकड़ी*
सूत्रों ने यह भी बताया कि डीआरआई की दूसरी टीम ने शनिवार को ही गोरखपुर में 100 किलो चांदी पकड़ी है। यह कार्रवाई पिछले दिनों हुई एक कार्रवाई के क्रम में हुई, जिसमें डेढ़ किलो सोना पकड़ा गया था। वह बरामदगी भी गोरखपुर में ही हुई थी। वह सोना भूटान से तस्करी करके लाया गया था। यह सोना भूटान से तस्करी कर पहले असोम के बरपेटा लाया गया। वहां से इसकी एक खेप गोरखपुर लाई गई थी। इस मामले में डीआरआई ने एक तस्कर को दबोच रखा है। अब इस बात की पड़ताल की जा रही है कि वह रैकेट भी पकड़े गए सोना कारोबारी से जुड़ा है या वह समानान्तर सक्रिय है। बरपेटा का जिक्र आने से डीआरआई ही नहीं अन्य खुफिया एजेंसियां भी चौकन्नी हुई हैं। बरपेटा बांग्लादेशी घुसपैठियों के ठिकाने के रूप में चर्चित है। 


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