सांसद व विधायक भाइयों के ऊपर पैनेशिया हास्पिटल पर कब्जा करने का आरोप


       गोरखपुर। बांसगांव से भाजपा सांसद कमलेश पासवान और उनके भाई विधायक विमलेश पासवान तथा दो अन्य डॉक्टरों पर छात्रसंघ चौराहे पर स्थित पैनेशिया हास्पिटल पर कब्जा करने का आरोप लगा है। यह आरोप हास्पिटल के संस्थापकों ने बकायदा एसएसपी से लगायत राष्ट्रपति और हाईकोर्ट-सुप्रीमकोर्ट के न्यायाधीशों से की है। मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी उन्होंने शिकायत की है।
पैनेशिया लाइफ हेल्थ जोन प्रा.लि. कम्पनी आधा दर्जन से अधिक संस्थापकों ने सांसद कमलेश और विधायक विमलेश तथा डा. प्रमोद सिंह और डा. एके मल्ल पर छात्रसंघ चौराहे पर स्थित पैनेशिया लाइफ केयर हास्पिटल पर जबरियां कब्जा करने का आरोप लगाया है।
संस्थापकों ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
वही गोरखपुर क्षेत्र के लोकसभा बांसगांव से  सांसद कमलेश पासवान इन आरोप का खंडन किया है और कहा है कि ‘‘मेरा या मेरे भाई का पैनेशिया हास्पिटल से कोई लेना-देना नहीं है, कब्जा करने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। डा. प्रमोद सिंह मेरे दोस्त हैं, उनका हास्पिटल में शेयर है दोस्त के नाते वहां मेरा आना-जाना होता है। उन लोगों का विवाद कोर्ट में है। कोर्ट जिस पक्ष में फैसला करेगा उसका होगा।’’
कम्पनी के संस्थापकों के मुताबिक उन लोगों ने गोरखपुर में सुपर स्पेशियलटी हास्पिटल की आवश्यकता को महसूस करते हुए वर्ष 2013 में कम्पनी का गठन किया था। हास्पिटल के लिए छात्रसंघ चौराहा स्थित भवन के लिए शीतल हीलिंग लि. कम्पनी से 29 वर्ष का अनुबंध किया है। उन्होंने कहा कि हास्पिटल बनवाने के दौरान हम लोगों काफी कर्ज हो गया इसलिए सभी निदेशकों व शेयर होल्डरों ने डा. प्रमोद सिंह से अनुबंध करते हुए हास्पिटल के संचालन का अधिकार उनको दे दिया। संचालक का अधिकार पाने के बाद से ही डा. प्रमोद सिंह नियमों व शर्तों का उल्लघंन करते रहे। बोर्ड ने उनसे अनुबंध का पालन करने को कहा तो डा. प्रमोद सिंह ने निदेशकों व शेयर होल्डरों को धमकाना शुरू कर दिया।
इसके बाद कम्पनी के बोर्ड न सर्वसम्मति से उनका अनुबंध समाप्त कर दिया। पुलिस प्रशासन के सहयोग से हमलोगों को हास्पिटल पर एक बार फिर कब्जा मिला।
संस्थापकों के मुताबिक जब हास्पिटल के अभिलेखों का अवलोकन किया गया तो इसमें भारी फर्जीवाड़ा पाया गया। इसको लेकर एनसीएलटी इलाहाबाद में वाद दाखिल वाद दाखिल किया गया। कोर्ट ने डा. प्रमोद सिंह को दो साल का बैलेंस शीट प्रस्तुत करने का आदेश दिया। आरोप है कि उन्होंने इस आदेश का भी उल्लंघन किया। संस्थापकों के मुताबिक डा. प्रमोद सिंह ने बांसगांव से भाजपा के सांसद कमलेश पासवान और उनके भाई बांसगांव विधानसभा से विधायक वीमलेश पासवान तथा डा. एके मल्ल से भारी भरकम रकम लेकर उन्हें हास्पिटल पर कब्जा करा दिया।
पत्र में विजय पाण्डेय, राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, राम निवास गुप्ता, गोविंद प्रसाद, रमेश कुमार, अशोक कुमार मद्धेशिया, रवि प्रकाश श्रीवास्तव, विवेक कुमार अग्रवाल, ऋतु अग्रवाल, अश्वनी कुमार सिंह तथा कृपाशनी श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किए हैं। 


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