एंबुलेंस चेक न करने पर दारोगा सहित तीन निलंबित

 


        गोरखपुर: दूसरे जिलों से लोगों के आने पर रोक लगाने के लिए बने बैरियर पर रविवार को तैनात रहे एक दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। बताते हैं कि कोरोना पॉजिटिव मिले उरुवा क्षेत्र के बाबूलाल को दिल्ली से लेकर आ रही एंबुलेंस ने सहजनवां में जिस समय जिले की सीमा में प्रवेश किया था उस समय बैरियर पर इन्हीं तीनों की ड्यूटी थी। आरोप है कि उन्होंने न तो एंबुलेंस को रोका और न ही चालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर और एंबुलेंस का नंबर ही नोट किया।
उरुवा क्षेत्र के हाटा बुजुर्ग निवासी बाबूलाल, दिल्ली में रहते हैं। दिल्ली में ही तबीयत खराब होने पर उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बेटे व दो अन्य लोगों के साथ रविवार को एंबुलेंस से वह घर पहुंच गए। गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोपहर में उन्होंने एंबुलेंस से सहजनवां इलाके में जनपद की सीमा में प्रवेश किया था। बैरियर पर उस समय दारोगा शंभू सिंह और सिपाही नंदलाल गौड़ तथा नंदकिशोर की ड्यूटी थी। इनके अलावा बैरियर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम और मजिस्ट्रेट भी तैनात थे। हालांकि कार्रवाई अभी सिर्फ पुलिस वालों पर ही हुई है।
बाबूलाल के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही एंबुलेंस और उसके चालक की तलाश की जा रही है। बता दें कि जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों की डिटेल और चालक का नाम, पता तथा मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज करने की जिम्मेदारी बैरियर पर तैनात पुलिस वालों की है। कार्रवाई की जद में आए पुलिसकर्मियों ने ऐसा नहीं किया था।
इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्‍त का कहना है कि बिना जांच के ही एंबुलेंस के उरुवा इलाके में पहुंच जाना घोर लापरवाही का नतीजा है। इस मामले में तीन पुलिस वालों पर कार्रवाई की गई है। इस घटना के बाद जिले की सीमा पर बने हर बैरियर पर चौकसी बढ़ा दी गई है।


टिप्पणियाँ