नकली सैनेटाइजर बरामद


           गोरखपुर : कोरोना के खौफ से सैनेटाइजर की मांग कई गुना बढ़ गई है। इसको देखते हुए बाजार में नकली सैनेटाइजर भी बेच रहे हैं। मंगलवार को औषधि विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली सैनेटाइजर के गोदाम पर छापा मारा। गोदाम शास्त्रीपुरम की आवासीय कॉलोनी में था। टीम को यहां से बड़े पैमाने पर तैयार किए हुए सैनिटाइजर, खाली डिब्बे, स्टिकर ढक्कन मिले हैं। विभाग ने मौके पर से सत्यदीप जायसवाल को हिरासत में लिया है। 
मंगलवार को दोपहर करीब 12.30 बजे औषधि विभाग के अधिकारी व पुलिस टीम के साथ शास्त्रीपुरम के एक मकान पर छापा मारा। इस टीम में सहायक आयुक्त औषधि राजेश श्रीवास्तव, ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह, मोहन तिवारी, हौसला प्रसाद, गोरखनाथ थाने के एसएसआई बीबी राजभर, एसआई सुनील गुप्ता, कांस्टेबुल अजय सिंह, इंदू देवी, राहुल यादव, राम कुमार, विकास सिंह, राम कुमार और सुनील राजभर शामिल रहे। टीम मकान के पिछले हिस्से में पहुंची। वहां का नजारा चौंकाने वाला रहा। वहां पर सैनेटाइजर पैकिंग का इंतजाम मिला। यहां पर टीम को 20 पेटी में पैक सैनेटाइजर व 60 गैलन से अधिक रसायन मिले। बरामद सैनेटाइजर में 60एमएल,  100एमएल, 200एमएल और आधे लीटर के पैकिंग में है। सैनेटाइजर के रैपर पर रेट अलग-अलग लिखे हुए मिले।  टीम को वहां से मोती और जीडी केयर प्रोडक्ट के नाम से सैनेटाइजर मिला।
ड्रग इंस्पेक्टर जयसिंह ने बताया दो दिन पहले एक दुकान की जांच में इस गोदाम का पता चला। उसी समय से इसकी सुरागकशी कराई जा रही थी। सोमवार को टीम ने रेकी भी की। सूचना तस्दीक होने के बाद मंगलवार को कार्रवाई की गई।
नकली सैनेटाइजर बनाने के आरोप में पकड़े गए सत्यदीप जायसवाल ने बताया कि वह वैध कारोबार कर रहा है। शुगर मिल से अल्कोहल खरीदा था। उसके पास इस खरीद के कागजात मौजूद हैं। मिल संचालक ने ही बिक्री के लिए अधिकृत किया था। यह वैध गोदाम हैं। औषधि विभाग की कार्रवाई गलत है। मेरे पास इसके सभी कागजात मौजूद हैं। 


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