गोरखनाथ क्षेत्र के निजी अस्पताल में संक्रमित महिला ने कराया था इलाज


          गोरखपुर : बरगदवा निवासी कोरोना संक्रमित महिला ने गोरखनाथ क्षेत्र के अस्पताल में इलाज कराया। इस अस्पताल में वह करीब डेढ़ घंटा भर्ती रहीं। अस्पताल में सीटी स्कैन और ईसीजी भी हुआ था। इसके बाद वह बेतियाहाता स्थित दिल के अस्पताल में इलाज कराने पहुंची। 
बरगदवा निवासी महिला पीजीआई में निकली थी कोरोना वायरस पॉजिटिव
 महिला का इलाज करने वाला बेतियाहाता का एक डॉक्टर भी हो चुका है पॉजिटिव। गोरखनाथ क्षेत्र के 10 नंबर बोरिंग के पास एक अस्पताल में 15 मई को महिला ने कराया था इलाज।
बताया जाता है कि महिला 15 मई की रात में घर में अचेत हो गई। परिजनों को लगा कि महिला को न्यूरो की दिक्कत हो गई है। ऐसे में वह एम्बुलेंस से महिला को अचेत हालत में लेकर गोरखनाथ क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में पहुंचे। वहां न्यूरो के डॉक्टर से संपर्क किया। डॉक्टर ने महिला का सीटी स्कैन कराया। अस्पताल में मौजूद मेडिकल ऑफिसर ने सीनियर को सीटी स्कैन दिखाया। सीटी स्कैन की रिपोर्ट नार्मल रहीं। इसके बाद महिला की ईसीजी की गई। ईसीजी में गड़बड़ी मिली। जिसके बाद न्यूरो के डॉक्टर ने महिला को दिल के डॉक्टर के पास रेफर किया। महिला के परिजन जब बेतियाहाता स्थित दिल के अस्पताल पहुंचे तो वहां उन्होंने सीटी स्कैन और ईसीजी की रिपोर्ट दिखाई थी।
‘‘सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने कहा कि महिला के परिवार का संक्रमित सदस्य मुख्य स्रोत है। इस अस्पताल की सूचना नहीं मिली। अब इसे देखवाया जाएगा। अस्पताल के रिकार्ड की जांच की जाएगी। अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों की जांच होगी।
     महिला 18 मई को पीजीआई की जांच में संक्रमित मिली। महिला के संपर्क में आए दिल के अस्पताल के डॉक्टर की रिपोर्ट भी 21 मई की रात में पाजिटिव आ गई। इन सबके बाद भी गोरखनाथ क्षेत्र के अस्पताल ने स्वास्थ्य विभाग को कोई सूचना नहीं दी। न ही अस्पताल को बंद कर सैनेटाइज कराया। इस अस्पताल में मरीजों का इलाज बदस्तूर जारी है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की कांटेक्ट ट्रेसिंग में भी यह अस्पताल बच निकला।
महिला के परिवार का युवक निकला पॉजिटिव
बताया जा रहा है कि महिला के पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने परिवार के दूसरे सदस्यों की जांच कराई। जिसमें परिवार का एक और सदस्य संक्रमित मिला है।


टिप्पणियाँ