क्वारंटाइन सेंटर में आया एक शख्स खा जाता है 40 लोगों का खाना, 80 लिट्टी से भी नहीं भरता उसका पेट

बिहार के बक्सर के एक क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे राजस्थान से लौटे अनूप ओझा नाम के एक युवक ने स्थानीय प्रशासन को परेशान कर के रख दिया है ।  क्वारंटाइन सेंटर में खाना बनाने वाले रसोइये तंक इससे परेशान हैं। 


युवक की भूख ने सबको हैरत में डाल दिया है । 
यह युवक अकेले 40 लोगों का खाना खा जाता है ।
युवक की खुराक ऐसी है कि देखने वाले हैरान रह जाते हैं। वो नाश्ते की खुराक में ही 40 रोटी और कई प्लेट चावल खा जाता  है। वह एक बार में 80 लिट्टी खा जाता है, तब भी उसका पेट नहीं भरता है।


 इस युवक का नाम है अनूप ओझा जो राजस्थान से आया है और आजकल बक्सर जिले के मंझवारी क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा है ।


 प्रशासन इस युवक से इस क़दर परेशान है कि उसका कोरोनटाइन पीरियड पूरा हुए बिना ही अब उसे उसके घर भेजने की योजना बना रहा है ।
भोजन के इंतेज़ाम में लगे स्थानीय प्रशांसन का आरोप है कि इस युवक की वजह से खाना घट जाता है जिससे बहुत से लोग यहां भूखे रह जाते हैं । वही युवक का आरोप है कि उसे यहां पेट भर के खाना नही दिया जा रहा है ।


जबकि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले खाने में लिट्टी बनी थी। 80 लिट्टी के खाने के बाद भी अनूप का पेट नहीं भरा था। हमसब ये देखकर हैरान थे। दरअसल अनूप की भूख ऐसी है कि ये  40 लोगों का खाना एक साथ खा जाते हैं। अनूप खुद ही कहते हैं कि वो 30-32 रोटी से नाश्ता करते हैं फिर एक दिन अकेले ही 25 लिट्टी टहल घूम के खा जाते हैं,भोजन के समय 80 लिट्टी खा कर भी पेट खाली-खाली लगता है।



प्रखंड के अधिकारी भी इसकी खुराक को देखकर हैरान और परेशान हैं। जब इस क्वारंटाइन सेंटर में खाने की चीजें जल्दी-जल्दी खत्म होने लगी तो अधिकारियों ने इसका कारण पूछा। तब बताया गया कि एक पेटू सेंटर में आया है जो सब खा जाता है। जब अधिकारियों को विश्वास नहीं हुआ तो प्रखंड अधिकारी एक दिन ठीक भोजन के समय क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे। उन्होंने जब अपनी आंखों से अनूप की खुराक देखी तो हैरान रह गए।


सिमरी के बीडीओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि अनूप नाश्ते में 40 रोटियां खा लेता है। रसोइया भी अनूप के लिए रोटी बनाने से मना कर दिया है। इतनी ज्यादा रोटी बनाने में उसे भी परेशानी हो रही है।


खरहा टांड पंचायत के रहने वाले 23 वर्षीय युवक अनूप ओझा इस समय मंझवारी गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे हैं। 


वह राजस्थान से अपने घर लौटा है, उसे 14 दिन के लिए यहां के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।


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