तेंदुए का आतंक, गांववालों ने शावक के साथ घूमते देखा


         महराजगंज : निचलौल रेंज के लेदी जंगल सटे रामचन्द्रही गांव के आसपास ही तेंदुए ने ठिकाना बना रखा है। गुरुवार को वनकर्मियों ने गश्‍त के दौरान एक बांसकोठी में तेंदुए को एक शावक के साथ देखा है। जबकि दूसरा शावक अभी तक नहीं दिखा। लोगों का मानना है कि दूसरे शावक के न मिल पाने के कारण तेंदुआ परेशान होकर केले और गन्ने के खेतों में भटक रहा है। इसके मद्देनजर वन विभाग की टीम लगातार गश्‍त कर रही है। लोगों को सतर्क किया जा रहा है।
निचलौल रेंज के लेदी जंगल में दो शावकों के साथ तेंदुए की मौजूदगी एक महीने से है। इस बीच तेंदुआ शावकों के साथ रामचन्द्रही और लेदी गांव के आसपास भोजन की तलाश में निकला था। उसके दोनों बच्चे गन्ने या केले के खेतों में कहीं बिछड़ गए। जिससे तेंदुआ अपने बच्चों को खोजने के लिए चार दिन से खेतों में भटक रहा था। इस बीच तेंदुए ने केले के खेत में काम करते समय रामचन्द्रही निवासी संदीप और राजन नामक दो युवकों पर मंगलवार को हमला कर घायल कर दिया। इस दिन ग्रामीणों व वनकर्मियों ने जब तेंदुए को घेरना चाहा तो तेंदुए ने दो और युवकों को भी चोटिल कर दिया।
तेंदुए के शावकों के बिछड़ने से वह हताश होकर दोनों गांवों के आसपास ही भटक रहा है। हालांकि वन कर्मियों द्वारा लगातार गस्त के साथ रात में दो व्यक्तियों से टीन भी बजवाया जा रहा है। इसके बाद भी जब रात में तेंदुए के गुर्राने की आवाज आती है तो ग्रामीण डर जाते हैं। दिन में भी उसका डर ग्रामीणों में बना रहता है। इसके चलते ग्रामीण खेत की ओर जाने से भी कतरा रहे हैं।


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