बारिश में भीगकर शादी की जिद कर रही थी प्रेमिका, दरवाजे पर खड़े प्रेमी ने थामा हाथ


         कुशीनगर : एक प्रेमिका अपने प्रेमी के दरवाजे पर पहुंचकर शादी की मांग को लेकर बैठ गई। वह तबतक बारिश में बैठी रही जब से प्रेमी के घरवाले शादी के लिए मान नहीं गए।
    हनुमानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती सोमवार को अपने ही गांव के प्रेमी के दरवाजे पर पहुंची और शादी की मांग करते हुए वहीं बैठ गई। कई लोग युवती को मनाने पहुंचे लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। दोपहर बाद प्रेमी के घरवालों ने भी युवती को अपने घर की बहू बनाने की सहमती दे दी। इसके बाद बारिश में भीग रही प्रेमिका के पास पहुंचकर प्रेमी ने उसका हाथ थामा और जीवन संगिनी मानकर घर के अंदर ले गया।
हनुमानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती का गांव के दूसरी जाति के युवक से प्रेम संबंध हो गया। युवक के घरवालों को इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी लेकिन लड़की के घरवाले तैयार नहीं थे। युवक रोजी रोटी के लिए परदेश चला गया परंतु दोनों में मोबाइल पर बातचीत होती रही।
कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन हुआ तो युवक अपने घर लौट आया। दोनों मिले तो शादी की बात चली, परंतु युवक अपने घरवालों से बात करने का हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। साथ ही जाति का बंधन भी आड़े आ रहा था।
सोमवार को युवती प्रेमी के दरवाजे पर पहुंचकर शादी की मांग करते हुए बैठ गई। लड़के के घरवालों के अलावा अगल-बगल के लोगों ने भी समझाने का प्रयास किया लेकिन लड़की अपनी जिद पर अड़ी रही। इसके बाद लोगों ने लड़की के घरवालों से बात करके लड़की को मनाने के लिए कहा।
लड़की के घरवालों ने पूरे मामले से खुद को किनारे कर लिया। दोपहर तक चली इस कहानी के अंत में प्रेमी ने बारिश में भीग रही प्रेमिका के पास पहुंचकर उसका हाथ थाम लिया। लड़के की मां ने लड़की को अपने घर की बहू बनाने की बात स्वीकार कर उसे घर के अंदर ले गई।


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