बेटी की शादी का कार्ड बांटने निकले व्यक्ति का मिला शव

गोरखपुर : बेटी की शादी का कार्ड बांटने निकले जंगल अगही टोला सेनुरी निवासी रिटायर्ड रेलकर्मी उमाकांत निषाद (65) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। भगवानपुर-सहजुआ मार्ग पर पानी से भरे गड्ढे में गुरुवार को उनका शव मिला। घरवालों ने हत्या की आशंका जताई है।
वहीं पुलिस को आशंका है कि शराब के नशे में गड्ढे में गिरने की वजह से मौत हुई होगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गुरुवार को बेटी का तिलक कार्यक्रम टाल दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी उमाकांत निषाद मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे अपने चौथे नंबर की बेटी शकुंतला की शादी का कार्ड बांटने रिश्तेदारों के यहां निकले थे। देर रात तक घर नहीं आए तो परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला।
गुरुवार की सुबह सहजुआ गांव के पास ग्रामीणों ने पुलिया के किनारे पानी भरे गड्ढे में शव देखा। इसकी सूचना पीपीगंज पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची। इसी बीच पहुंचे उमाकांत के घरवालों ने उनकी शिनाख्त की।
परिजनों के मुताबिक, उमाकांत की सात बेटियां और एक बेटा है। तीन बेटियों की शादी हो चुकी है। चौथे नंबर की बेटी शकुंतला की शादी 25 जून को तय थी। गोरखपुर शहर से बरात आनी थी। तिलक का कार्यक्रम 18 जून को तय था।
पत्नी मीरा देवी, पुत्र रितेश समेत अन्य परिजनों का कहना है कि उमाकांत के सिर पर गंभीर चोट के निशान दिखे हैं। उनकी हत्या कर बाद में गड्ढे में फेंक दिया गया है। मौके पर पहुंचे सीओ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जांच-पड़ताल की जा रही है।


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