गोरखपुर : भटहट के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर मानव सम्पदा पोर्टल पर विवरण भरने आई परिषदीय विद्यालय की एक महिला प्रधानाध्यापक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को महिला प्रधानाध्यापक जिस दौरान ब्लॉक संसाधन केंद्र मौजूद थीं उस समय वहां खंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी कर्मी और बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद थे। रिपोर्ट आने के बाद इन सभी को क्वारंटीन कर दिया गया है।
ब्लॉक संसाधन केंद्र को 26 जून तक बंद कर दिया गया है। शिक्षक नेताओं का अरोप है कि शिक्षक संकुल के गठन एवं मानव सम्पदा पोर्टल पर विवरण भरने को लेकर ब्लॉक संसाधन केंद्र भटहट पर गत शुक्रवार को सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ीं। खंड शिक्षाधिकारी द्वारा शिक्षक संकुल के गठन को लेकर शिक्षकों की बैठक बुलाई थी। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक इस बैठक में खंड शिक्षाधिकारी, 40 शिक्षक और बीआरसी के सात कर्मचारी भी मौजूद थे।
इस बीच मानव सम्पदा पोर्टल पर विवरण भरने को लेकर कई शिक्षक भी ब्लॉक संसाधन केंद्र पहुंचे थे। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भक्तराज त्रिपाठी एवं जिला मंत्री श्रीधर मिश्र के मुताबिक कोविड-19 को लेकर भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा जारी निर्देशों का ब्लॉक संसाधन केंद्र पर उल्लंघन कर एक साथ 50 लोगों की बैठक कराई गई। उसी दौरान 30 शिक्षक भी मानव सम्पदा पोर्टल को लेकर केंद्र पर पहुंचे थे। इन्हीं शिक्षकों में एक उसी ब्लॉक के एक प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
शिक्षक संघ ने खंड शिक्षाधिकारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बीएसए से उनसे जवाब-तलब करने को कहा है। संघ ने ब्लॉक संसाधन केंद्र को तत्काल बंद करने की मांग की। बीईओ के मुताबिक महिला प्रधानाध्यापक 12 जून को नहीं, बल्कि दस जून को ब्लॉक संसाधन केंद्र आई थी जबकि उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक महिला शिक्षिका 12 जून को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आईं थीं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें