युवक का कमरे में पड़ा रहा शव, कोरोना के डर से अपनों ने भी नहीं लगाया हाथ

        कुशीनगर : जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के गांव भठवा भगत टोला में मंगलवार की रात में मुंबई से घर आए युवक की मौत हो गई। बुधवार की सुबह इसकी जानकारी होने पर परिजनों व आसपास के लोगों ने भी शव से खुद को काफी दूर रखा। अस्पताल से पहुंची एंबुलेंस भी वापस लौट गई। दिन भर शव कमरे में पड़ा रहा।
भठवा भगत टोला का 35 वर्षीय युवक मुंबई में किसी घर में नौकरी करता था। गांव के लोगों के अनुसार युवक जिसके घर काम करता था उसके परिवार में मालिक व उसकी पत्नी कोरोना संक्रमित हो गए। इसके बाद युवक मुंबई से ट्रेन से गोरखपुर और वहां से मंगलवार की शाम को फाजिलनगर आया। देर शाम घर पहुंचा और भोजन करके सोने चला गया।
बुधवार को सुबह 10 बजे के बाद भी जब वह बिस्तर से नहीं उठा तो उसके पिता आवाज देकर जगाने लगे। कई अन्य लोगों ने भी दूर से ही आवाज देकर जगाने का प्रयास किया। लेकिन कोई हरकत नहीं होता देख ग्रमीणों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी।
कुछ देर बाद एंबुलेंस कर्मी पहुंचे और उसे मृत बताते हुए छूने से मना कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार एंबुलेंस चालक ने कहा कि वे बीमार व्यक्ति को ले जाने की सूचना पर आए थे। यहां शव पड़ा है। बिना पीपी किट पहने से इसे नहीं छू सकते। बताया जाता है कि मृत युवक की पत्नी अपने दो बच्चों के साथ मायके गई थी जो दोपहर बाद तक भी नहीं लौटी थी। एक भाई विदेश में है जबकि दूसरा भाई की कहीं गया हुआ था।


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