लखनऊ : राज्यसभा सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। जयप्रकाश ने पर्चा दाखिल करने के बाद योगी आदित्यनाथ के पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया। जयप्रकाश ने जिस सीट के लिए पर्चा दाखिल किया है वह सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन की वजह से खाली हुई थी।
जय प्रकाश निषाद की निर्विरोध जीत तय है
पर्चा दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वामी प्रसाद मौर्य, जेपीएस राठौर और विजय बहादुर पाठक सहित कई नेता मौजूद रहे।
बसपा की सरकार में राज्य मंत्री रहे जयप्रकाश निषाद को दो साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही भाजपा में लेकर आए थे। जयप्रकाश को मंगलवार को पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया तो वह सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद लेने गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। आज उनके पर्चा दाखिल करने के दौरान भी मुख्यमंत्री मौजूद रहे। जयप्रकाश निषाद का अभी तक का सियासी सफर काफी अच्छा रहा है। वह उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा सभा में विधायक थे। 2012 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर चौरीचौरा विधानसभा से उम्मीदवार थे। इस चुनाव में निषाद को जीत हासिल हुई थी।
उन्होंने 2007 का चुनाव मनीराम विधानसभा (निर्वाचन संख्या-170) से लड़ा था। इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे। 2017 में भी उन्होंने चौरीचौरा से विधानसभा से चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के प्रत्याशी से हार गए थे। वह 2008 से 2009 तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री रहे थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में पूर्ण बहुमत मिला। गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके करीब एक साल बाद फरवरी 2018 में सीएम योगी आदित्यनाथ की एक सभा में जयप्रकाश निषाद ने भाजपा की सदस्यता ले ली।
जयप्रकाश निषाद को भाजपा में आते ही संगठन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी गई। वर्तमान में वह भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के उपाध्यक्ष हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें पूर्वांचल विकास बोर्ड का सदस्य नियुक्त करके राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। अब पार्टी ने उन्हें बेनी प्रसाद वर्मा के निधन से खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है। इस सीट का कार्यकाल पांच मई 2022 तक है। माना जा रहा है कि जयप्रकाश निषाद को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले निषाद वोटरों को साधने की कोशिश की है।
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