गोरखपुर : सरदारनगर ब्लाक प्रमुख शशिकला यादव के भाई 40 वर्षीय दिनेश यादव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। दिनेश का शव शुक्रवार को गांव के बाहर स्कंद ओझा के घर के पीछे पानी से भरे खेत में मिला। शव मिलने की सूचना पर इलाके में सनसनी फैल गई। गांव की एक लड़की को सड़क के किनारे शौच करने से रोकने को घटना की वजह बताई जा रही है।
हत्या की सूचना के बाद एसएसपी डा.सुनील गुप्ता,सीओ रचना मिश्रा, चौरीचौरा इंस्पेक्टर सूर्यभान सिंह, झंगहा इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह भारी फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। एहतियात के तहत गांव में पीएसी और पुलिस लगा दी गई। मौका-ए वारदात का निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने दिनेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दिनेश की पीट-पीट कर हत्या की गई है या गला दबाकर मारा गया है इसका पता लगाने के लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल, शरीर के अलावा गले पर भी चोट के निशान हैं। हत्या में शामिल मनबढ़ों की पहचान करने में पुलिस जुट गई है।
आमकोल निवासी डॉक्टर यादव का बेटा दिनेश यादव गुरुवार की देर शाम सात बजे ब्रम्हभोज में जाने के लिए निकला था। आरोप है कि गांव के बाहर सड़क के किनारे बस्ती की महिलाएं शौच के लिए बैठीं थीं। दिनेश ने सड़क के किनारे शौच करने पर उन्हें फटकार लगाई। आरोप है कि उसने एक लड़की को अपशब्द कहते हुए भगाया भी। इसकी जानकारी होने पर गांव के कुछ मनबढ़ युवकों ने दिनेश को दौड़ा लिया। जान बचाने के लिए वह कुछ दूर स्थित रमेश यादव के घर की तरफ भागा। रमेश यादव ने मनबढ़ाेंं को डांंट कर भगा दिया। आरोप है कि कुछ देर वहां रुकने के बाद दिनेश जब दोबारा निकला तो घात लगाकर इंतजार कर रहे मनबढ़ों ने उसे घेर लिया। छेड़खानी का आरोप लगाते हुए उन्होंंने दिनेश को पीटना शुरू कर दिया। वे तब तक पीटते रहे जब तक दिनेश की मौत नहींं हो गई। हत्या करने के बाद खेत में शव को फेंक दिया। इधर, घरवाले दिनेश की पूरी रात तलाश करते रहे।
दो बेटों एक बेटी का पिता था दिनेश
दिनेश यादव दो भाइयों में छोटा था। बड़े भाई राजेश यादव की 20 साल पहले परिवारिक विवाद में मौत हो गई थी। दिनेश 13 साल के अनुराग, दस साल केे अंकित और नौ साल की बेटी सालू का पिता था। दिनेश की बहन शशिकला सरदारनगर ब्लाक की प्रमुख हैं। हत्या की सूचना पर दिनेश के रिश्तेदार और बसपा नेता हरेंद्र यादव, ब्लॉक प्रमुख पति मनोज यादव और ब्रह्मपुर ब्लॉक के पूर्व प्रमुख केशवनाथ यादव सहित भारी संख्या में लोग घर पहुंच गए। मौत पर परिवार में कोहराम मच गया है।
दिनेश पर हुई थी गुंडा एक्ट की कार्रवाई
दिनेश यादव के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे। वर्ष 2010 से लेकर 2017 तक मारपीट के 6 केस दर्ज हुए थे। उसके खिलाफ पुलिस ने 2017 और 2020 में गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी की थी। पिछले वर्ष उसे जिला बदर भी किया गया था।
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