मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने तेजी लाने का निर्देश दिया

मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने नगर आयुक्त, संयुक्त विकास आयुक्त, मुख्य अभियंता नगरनिगम, मुख्य अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, एन0एच0 के अधिशासी अभियंता, सी.एन.डी.एस. यूनिट 14 के अभियंता, राजकीय निर्माण निगम के जी.एम. तथा उप निदेशक बौद्ध संग्रहालय के साथ निर्माणाधीन गुरू गोरक्षनाथ शोध पीठ, क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला, वसुंधरा मोड़ से तुर्रा नाले तक आर.सी.सी. नाले का निर्माण, मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक निर्माणाधीन फोरलेन सड़क निर्माण कार्य तथा एकीकृत टैªफिक कन्ट्रोल रूम का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्य में
मण्डलायुक्त ने सर्व प्रथम वसुंधरा मोड़ से तुर्रा नाले तक 6000 मीटर लम्बाई के आरसीसी नाला निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हांेने सी.एन.डी.एस. के अभियंता को निर्देश दिया कि कही भी जल जमाव न होने पाये इसलिए कुस्मही जंगल तक कच्चे नाले का निर्माण कार्य 10 दिनों के अन्दर पूर्ण किया जाये। उन्होंने कहा कि नाला निर्माण में जो भी रूकावटे आ रही है उसे दूर कर कार्य को तेजी से किया जाये। नाले के निरीक्षण के दौरान जगह जगह पर लोगों द्वारा नाले में पालीथीन/कूड़ा फेंक कर जाम करने पर उन्होंने रोष व्यक्त किया और नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि नाले की सफाई करायी जाये तथा जो भी नाले में कूड़ा/पालीथीन आदि फेंकने वालों पर नियमानुसार जुर्माना भी लगाया जाये। नाले के स्थान पर जिन लोगों ने पक्का निर्माण किया है, उसे मजिस्ट्रेट की सहायता से  नगर निगम तत्काल खाली करायें और यदि सरकारी कार्य में कोई बाधा डालता है तो उसके विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज करायी जाये।
इसके उपरान्त मण्डलायुक्त ने एकीकृत टैªफिक कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया और कन्ट्रोलरूम से महानगर के 9 चैराहों पर लगाये गये कैमरे के माध्यम से आवागमन की स्थिति को देखा। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि टैªफिक पुलिस के साथ शीघ्र ही बैठक कर चैराहों पर लगाये गये इलेक्ट्रानिक टैªफिक सिग्नल आदि को आरम्भ किया जाये। मण्डलायुक्त ने मोहद्दीपुर-जं० कौड़िया फोरलेन सड़क एवं नाला निर्माण कार्य का धर्मशाला एवं गोरखनाथ क्षेत्र में सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए वहां उपस्थित एन.एच. के अधिकारियों को निर्देश दिया कि तीन टीमें लगाकर 24 घंटे राउण्ड दी क्लाक कार्य कराया जाये क्योंकि मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया पर टैªफिक अधिक रहती है इसलिए इस कार्य को तेजी से पूर्ण करायें। कार्य में विशेषज्ञ सहयोग एवं पर्यवेक्षण हेतु मुख्य अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, गोरखपुर से सहयोग करने की अपेक्षा मण्डलायुक्त महोदय ने किया।
मण्डलायुक्त ने गुरू गोरक्षनाथ शोध पीठ के निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए कार्य की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कान्ट्रैक्टर को सचेत किया और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। इसके उपरान्त उन्होंने क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निरीक्षण करते हुए पाया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला के बी एंव सी ब्लाक का कार्य पूर्ण हो चुका है, मण्डलायुक्त ने वहां उपस्थित उप निदेशक विधि विज्ञान को निर्देशित किया कि वे बी एंव सी ब्लाक को क्रियाशील करने हेतु जो भी आवश्यक मानवीय संसाधन/उपकरण की आवश्यकता है, उसकी सूची बनाकर सोमवार तक उन्हें उपलब्ध करायें जिससे बी एवं सी ब्लाक को तत्काल आरम्भ किया जा सके। मण्डलायुक्त ने वहां उपस्थित राजकीय निर्माण निगम के जी.एम. को निर्देशित किया कि ए ब्लाक का कार्य भी तेजी से पूर्ण कराया जाये। नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला के परिसर में पीछे की तरफ जो गन्दगी एवं कूड़ा पड़ा है, उसे शीघ्र साफ कराने में सहयोग करें तथा इसके बगल से गुजर रहे नाले की साइज बड़ी करें, जिससे कि भविष्य में इस क्षेत्र में पानी न भरे।


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