प्रज्ञा अब अपने पैरों पर दौड़ेगी, सोनू सूद ने दिल्ली में कराया आपरेशन

गोरखपुर : शहर के पादरी बाजार की रहने वाली कानून की छात्रा प्रज्ञा मिश्रा अब अपने पैरों पर दौड़ सकेगी। जब अपनों ने मुंह मोड़ लिया तो उसके लिए इंसानियत के देवता बने अभिनेता सोनू सूद। सोनू की मदद से प्रज्ञा के दोनों घुटनों का बुधवार को दिल्ली में सफल ऑपरेशन हो गया। अब छात्रा के घर में खुशी का माहौल है। छात्रा के पिता ने कहा कि कलियुग में सोनू सूद हमारे लिए भगवान हैं।
 जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रही प्रज्ञा मिश्रा लॉकडाउन से एक महीने पहले फरवरी माह में सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी। इस हादसे में उनके दोनों घुटनों की हड्डी टूट गई। इसके बाद लॉकडाउन लग गया तो परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। छात्रा ने शहर के एक निजी अस्पताल में दिखाया तो डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा। इसके बाद परिवार ने मदद के लिए अपनों से लेकर राजनीतिक लोगों तक से संपर्क साधा, लेकिन हर जगह निराशा मिली।
 इस बीच प्रज्ञा को अभिनेता सोनू सूद का ख्याल आया। उसने सोनू को ट्वीट किया तो उधर से जवाब आया कि दिल्ली आ जाओ डॉक्टर से बात हो गई है। इसके बाद प्रज्ञा अपनी मां के साथ दिल्ली पहुंच गई। सोनू सूद की टीम पहले से ही दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद थी। छात्रा के पहुंचते ही टीम उसे लेकर एक निजी अस्पताल गई। बुधवार देर शाम छात्रा के दोनों घुटनों का सफल ऑपरेशन हो गया। छात्रा के पिता ने बताया कि ऐसी उम्मीद कभी नहीं की थी। सोनू सूद ने जो इंसानियत दिखाई है, वैसा तो कोई अपना सगा भी नहीं करता है। बताया कि बिटिया अब ठीक है। बिटिया के साथ उसकी मां दिल्ली में मौजूद है।
ऐसा जवाब मिलने की उम्मीद नहीं थी
छात्रा ने बताया कि अभिनेता सोनू सूद के बारे में काफी सुना था। सोचा एक बार प्रयास करके देखती हूं। अधूरे मन से ट्वीट किया तो मुझे खुद विश्वास नहीं हुआ कि सोनू सूद की तरफ से इतनी जल्दी जवाब मिल जाएगा। यह बात जब घरवालों को बताई, तो लोगों को पहले विश्वास नहीं हुआ। जब उनकी टीम ने फोन करके संपर्क साधा तो परिजनों को लगा कि वाकई में धरती पर भगवान हैं।
अभिनेता सोनू सूद जैसा ही भाई मिले 
छात्रा ने बताया कि ट्विटर पर जब सोनू सून ने यह बात लिखी कि मैं अपाहिज नहीं होने दूंगा, जल्द ही गांव में दौड़ते हुए दिखोगी, तो ऐसा लगा हर बहन को सोनू सूद जैसा ही भाई मिले। रुपये के कारण अपनों ने मुंह मोड़ लिया था, लेकिन बिना किसी जान पहचान के एक ट्वीट पर इतनी बड़ी मदद करना साक्षात भगवान के आने जैसा लग रहा है।


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