डेयरी फार्म में पैक होता था नकली शराब

              गोरखपुर : आबकारी विभाग ने नकली ब्रांडेड शराब बनाने के बड़े धंधे का भंडाफोड़ किया है। आबकारी विभाग के उपायुक्त आरके सिन्हा के निर्देश पर शहर के पॉश इलाके में छापेमारी की कार्रवाई की गयी है। जहां छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकली शराब बनाने की सामग्री मिली है। मौके से बड़े पैमाने पर  बार कोड, रैपर, ढक्कन की बरामदगी की गयी है। वहीं दबिश के दौरान मौके से स्कूटी समेत एक नकली शराब कारोबारी भी गिरफ्तार किया गया है। दिलचस्प है कि बरामद नकली शराब के रैपर, ढक्कन और बार कोड के जरिए करीब 50 लाख का ब्रांडेड नकली शराब बनाया जा सकता था। आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी ने बताया है कि इनमें देशी और विदेशी ब्रांड की शराब बनाई जाती थी। कैंट थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर स्थित गोदाम पर नकली को असली बनाने का गोरखधंधा किया जा रहा था। दिलचस्प बात यह है कि गौशाला की आड़ में अवैध शराब का कारोबार किया जाता था। वहीं मुखबिर की सूचना पर आबकारी उपायुक्त आरके सिन्हा के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी वीपी सिंह की विशेष टीम जिसमें आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी, अरविंद मिश्र, कृष्ण सिंह और अरविंद सिंह के साथ आबकारी विभाग के तेज तर्रार सिपाहियों के साथ किराए के गोदाम पर छापेमारी की है। जहां से ब्रांडेड अंग्रेजी और देशी शराब के नकली रैपर, लाखों के ढक्कन और क्यूआर कोड की बरामदगी की गयी है। वहीं मीडिया से बातचीत में उपायुक्त आबकारी आरके सिन्हा ने बताया है कि नकली शराब बनाने के इस गोरखधंधे से विभाग को लाखों के राजस्व का क्षति हो रही थी। साथी बिहार चुनाव के मद्देनजर आबकारी विभाग द्वारा एक के विशेष अभियान चलाया जा रहा है इसी क्रम में नकली शराब बनाए जाने के बड़े धंधे का पर्दाफाश किया गया है। जहां से नकली शराब बनाने के सामग्री के साथ एक अवैध शराब के कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा है।


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