गोरखपुर के सराफा के दो कर्मचारी पांच किलो सोना के साथ गिरफ्तार

        गोरखपुर : लखनऊ से पहुंची डीआरआई टीम शुक्रवार की रात में गोरखपुर सराफा मंडल के पूर्व अध्यक्ष शरद चंद्र अग्रहरि और उनके बेटे से पूछताछ करने के बाद डीआरआई टीम लखनऊ लौट गई। लखनऊ में पांच किलो सोने के साथ पकड़े गए शरद चंद्र के दोनों कर्मचारियों को डीआरआई ने जेल भेज दिया। इस मामले को लेकर सराफा कारोबारियों में आक्रोश है।
गोरखपुर सराफा मंडल के पूर्व अध्यक्ष शरद चंद्र अग्रहरि के दो कर्मचारी मनोज कुमार निषाद और राजन साहनी गुरुवार को बस से सोना लेकर दिल्ली जा रहे थे। लखनऊ में डीआरआई की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मनोज और राजन को बस से नीचे उतार लिया और उनके पास से पांच किलो सोना बरामद कर लिया। मनोज और राजन ने डीआरआई टीम को बताया कि सोना गोरखपुर के सराफा कारोबारी शरद चंद्र अग्रहरि का है और वे लोग इसे दिल्ली पहुंचाने ले जा रहे हैं। डीआरआई टीम ने दोनों से पूछताछ की और जानकारियां जुटाने के बाद गोरखपुर के लिए चल दी।
शुक्रवार की रात में डीआरआई टीम गोरखपुर पहुंची और राजघाट क्षेत्र निवासी सराफा कारोबारी शरद चंद्र अग्रहरि और उनके बेटे से पूछताछ की।
सूत्रों का कहना है कि लखनऊ से गोरखपुर पहुंची डीआरआई टीम ने गोरखपुर के भी विभागीय अधिकारियों तथा पुलिस अधिकारियों को बुला लिया था। काफी देर तक पूछताछ करने और कागजातों का मिलान करने के बाद डीआरआई टीम लखनऊ रवाना हो गई। सूत्रों का कहना है कि डीआरआई टीम ने जांच-पड़ताल में खामियां पकड़ीं जिसके आधार पर लखनऊ में गिरफ्तार किए गए मनोज और राजन को जेल भेज दिया। इस सम्बंध में शरद चंद्र अग्रहरि ने स्वीकार किया कि डीआरआई टीम ने लखनऊ में उनके दो कर्मचारियों को सोने के साथ पकड़ा था जिन्हें जेल भेज दिया है। हालांकि उनका यह भी कहना है कि जांच में उन्होंने पूरा सहयोग किया और अपने कागजात भी दिखाए।
कारोबारी का दावा-पक्की रसीद थी कर्मचारियों के पास
सराफा कारोबारी शरद चंद्र अग्रहरि का कहना है कि लखनऊ में डीआरआई ने गुरुवार को उनके जिस राजन और मनोज को बस से उतारकर उनके पास से सोना अपने कब्जे में ले लिया वे उनके कर्मचारी हैं। दोनों के पास पक्की रसीद थी। सोना दिल्ली के एक कारोबारी को बेचा गया था। दोनों कर्मचारी उसी कारोबारी के पास सोना पहुंचाने जा रहे थे। शरद ने यह भी कहा कि डीआरआई टीम ने उनके शुक्रवार को आकर पूछताछ की। उन्होंने टीम को पूरा सहयोग किया। जो कागजात मांगे दिखाए। पूछताछ के बाद टीम लखनऊ लौट गई। हालांकि उन्होंने संदेह व्यक्त किया कि उन्हें घेरा जा रहा है ताकि फर्जी आरोपों के तहत फंसाया जा सके।
दिल्ली के कारोबारी से भी डीआरआई ने की पूछताछ
सूत्रों का कहना है कि गोरखपुर के सराफा कारोबारी शरद चंद्र अग्रहरि ने दिल्ली के जिस कारोबारी को सोना बेचने की जानकारी दी थी, डीआरआई टीम ने उससे भी पूछताछ की है।
सराफा कारोगारी शरद चंद्र भी जा चुके हैं जेल
गोरखपुर सराफा मंडल के पूर्व अध्यक्ष शरद चंद्र्र अग्रहरि इसी साल लखनऊ में 7 किलो सोने के साथ पकड़े गए तस्करों की निशानदेही पर जांच पड़ताल में आरोपित पाए गए थे। डीआरआई ने शरद चंद्र्र अग्रहरि को तब गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। डीआरआई टीम ने तब तीन बार गोरखपुर पहुंचकर शरद चंद्र की दोनों दुकानों और उनके मकान पर जांच-पड़ताल की थी।
पैरोल पर हैं शरद चंद्र अग्रहरि
शरद चंद्र अग्रहरि ने बताया कि लखनऊ में दर्ज मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। डीआरआई ने उन्हें जेल भेज दिया था। वह पैरोल पर छूटे हुए हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है।


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