प्रदूषण मुक्त होगा आधुनिक गैसीफायर अंत्येष्ठि स्थल - महापौर

          गोरखपुर : महापौर सीताराम जायसवाल एवं नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह व मुख्य अभियन्ता सुरेश चन्द एवं नगर निगम की राजस्व विभाग की टीम के साथ हावर्ट बन्धा बसंतपुर में 5 एकड भूमि का निरीक्षण किया गया। उक्त भूमि के मुख्य मार्ग पर नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि लगभग 200 मीटर फ्रंट है जिसमें बिना किसी आदेश एवं मालीकाना हक के कुछ लोगों द्वारा झोपड़ी एवं पक्का निर्माण करा लिया गया है एवं कुछ दुकानें अस्थाई रूप से बनी हुई है जिनसे जमीन का कागजात मांगा गया कोई भी व्यक्ति किसी तरह का कोई कागज नहीं दिखा सका उपस्थित अतिक्रमणकारियो को निर्देशित किया गया कि जो भी सामान आपका है उसे तत्काल हटा लें अन्यथा विभाग की अतिक्रमण टीम आयेंगी तो सभी अतिक्रमण ध्वस्त करा दिये जायेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी अतिक्रमणकर्ता की होगी। 
राजघाट स्थित अंत्येष्ठि स्थल का निरीक्षण
महापौर सीताराम जायसवाल द्वारा राजघाट स्थित आधुनिक गैसीफायर अंत्येष्टि स्थल का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें स्थल पर ही लकड़ी की बचत हेतु गोबर से बनाये जा रहे कंडे की मशीन को चलवाकर परीक्षण किया गया तथा निर्देशित किया गया कि इस मशीन को कान्हा उपवन में भी लगाया जाए जिससे कान्हा उपवन से निकलने वाले गोबर से भारी मात्रा में कंडा तैयार हो और इसकी खपत अन्तेष्ठी को जलाने में प्रयोग किया जाए जिससे लकड़ी के कम प्रयोग से पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा तथा नगर निगम की आय में वृद्धि भी होगी।  
 महापौर द्वारा गैसीफायर शवदाह मशीन जो 18डिग्री सेल्सियस तक गर्म होकर शव को जलाऐगी जिसमें 60 से 80 किलोग्राम मात्र लकड़ी का प्रयोग किया जा रहा है जिसका धुॅआ प्यूरीफायर होकर पानी में प्रवाहित होकर वातावरण को दूषित करने से बचाता है जिसका कंट्रोल पैनल का परीक्षण कराकर देखा गया स्थल पर ही सम्बन्घित अधिकारियो एवं फर्म के लोगों को निर्देशित किया गया कि स्टील की तीन भट्ठीयाॅ जो बनायी गयी है उनके ऊपर शेड अतिशीघ्र बनाया जाए जिससे वर्षा एवं धूप से मशीन एवं शवदाह करने में सुविधा हो। रजिस्ट्रेशन रूम के बगल में स्थित बाथरूम एवं टॉयलेट के पास गैसीफायर शवदाह भट्टी का कन्ट्रोल पैनल रखा गया था जिसे शीघ्र अन्यत्र शिफ्ट कराते हुए बाथरूम की विधिवत साफ सफाई रखने का निर्देश दिया गया। रजिस्ट्रेशन रूम का निरीक्षण के दौरान कम्पनी के कर्मचारी द्वारा बताया गया कि अबतक 293 शवों का दाह संस्कार किया जा चुका है साथ ही यह भी बताया गया कि इस गैसीफायर मशीन स्थापित हो जाने से हिन्दू धर्म की रीति रीवाज का पालन कराते हुए लकड़ी सहित कुल 1600/- खर्च में दाह संस्कार किया जाता है जबकि अन्य विधि से दाह संस्कार करने पर लगभग 10 हजार रूपये व्यय होता है। कम्पनी के कर्मचारी द्वारा यह भी बताया गया कि दाह संस्कार में आये हुए लोगों द्वारा यहाॅ की दाह संस्कार की व्यवस्था एवं विधि देखकर नगर निगम, गोरखपुर एवं उ0प्र0 सरकार की काफी प्रशंसा कर रहे हैं तथा हिन्दू रीति रिवाज से दाह संस्कार न होने का भ्रम भी दूर हो जा रहा है एवं पर्यावरण भी सुरक्षित रह रहा है। महापौर द्वारा बताया गया कि विगत कई वर्षो से आधुनिक शवदाह गृह बनाने का प्रयास हो रहा था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यकाल में उनके सहयोग से यह अन्तेष्ठी स्थल बनाया गया है कि वर्षा ऋतु में भी शवदाह में किसी को कोई कठिनाई न हो जिसका परिणाम परिलक्षित है। कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए जनता की समस्या के निदान हेतु फिलहाल इसे चालू कर दिया गया है किन्तु इसका विधिवत लोकार्पण मुख्यमंत्री से कराने का प्रयास किया जाएगा।
 उक्त अवसर पर महापौर के साथ नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह, पार्षद रणजन्य सिंह ‘‘जूगूनू‘‘ मुख्य अभियन्ता सुरेश चन्द, अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता, अवर अभियन्ता, कम्पनी के अनेक अधिकारी/कर्मचारी, महापौर के पी0ए0 मु0 आरिफ़ सिद्दीकी उपस्थित रहे।


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