उन्होंने कहा कि अध्यक्ष जी
इस देश की बहुत गंभीर समस्या पर आवाज उठा रहा हूँ।जैसा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने कहा था बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ इससे मेरे भारत में समस्त बेटियां,मेरी भी बेटी मै पिता हूँ उनमे एक बल आया एक शक्ति आई।शक्ति ऐसी कि वो अब निकलने लगी ,बताने लगी कि उसके साथ क्या हुआ।अपनी पीड़ा को कहने की शक्ति आई ।समस्त भारत के सामने,समस्त मीडिया के सामने ,समस्त सोशल मीडिया के सामने बेटियों को एक बल मिला हमारी सरकार में।हमारे देश में दुर्गा,गौ माता की तरह बेटियों की पूजा की जाती है।यह हमारे सनातन धर्म में भी है।
किसी भी इंडस्ट्री में बेटियों का शोषण न हो ,इसके लिए बने कानून-
सांसद ने लोक सभा अध्यक्ष से माँग की कि म एक ऐसा कानून बनाया जाए कि बेटियों,महिलाओंं के साथ हो रहे अत्याचार को रोका जा सके।कोई हिम्मत न करें कि मै तेरी लाइफ बना दूँगा और इसके बदले सौदेबाजी करें।
कोई भी अपने सपनो को लेकर जब छोटी छोटी जगहों से ऐसी जगहों पर जाता है तो उसका सब कुछ दांव पर लगा होता है।कोई अपनी ज़मीन बेचकर जाता है तो कोई अपनी बाइक।वहाँ पहुँचकर जब कोई बेटी किसी बड़े निर्देशक के दफ़्तर की घंटी बजती है और उसकी इंट्री होती है तो उसके साथ सौदेबाजी की जाती है।यह सौदेबाजी क्यों होती है? क्या अधिकार है किसी को सौदेबाजी का?क्या अधिकार है यह कहने का तुम्हारी लाइफ बना दूँगा। एक कॉमप्रोमाइज का सौदा करने की क्या जरूरत है।कब तक ऐसा चलेगा।मोदी सरकार ,हमारी सरकार में एक ऐसा कानून बनना
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