अंगूठा निशानी का क्लोन बनाकर लगाई ढाई करोड़ की चपत


         गोरखपुर : अंगूठा निशानी का क्लोन बनाकर ग्राहक सेवा केंद्रों से करीब ढाई करोड़ रुपए की जालसाजी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरोह में शामिल अधिवक्ता, रजिस्ट्री आफिस में जमा लोगों के आधार कार्ड और रजिस्ट्री पेपर की फोटोकापी से अंगूठा निशानी का क्लोन बनाने में मदद करता था। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 755 क्लोन फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड, लग्जरी कारों सहित कई सामान बरामद हुए। जालसाजी के आरोपियों की पहचान पादरी बाजार निवासी जय शंकर यादव, शाहपुर के चरगांवा निवासी निवासी नरेंद्र रंजन,पीएसी कैंप बिछिया निवासी कृष्ण नंदन पांडेय, खजनी के भगवानपुर निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार पासवान, खलीलाबाद निवासी मनोज कुमार यादव, कुशीनगर के अहिरौली थाना क्षेत्र के मुंडेरालाला निवासी निवासी सदानंद श्रीवास्तव, नंदानगर निवासी उपेंद्र सिंह और बिछिया निवासी लल्ला कुमार सिंह के रूप में हुई है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। इनके दो साथियों की तलाश चल रही है।
रामगढ़ताल थाना में दर्ज हुआ था मुकदमा
एसएसपी ने बताया कि रामगढ़ताल इलाके के सुनील कुमार सिंह के बैंक एकाउंट से 20 हजार रुपए निकल गए हैं। जांच में पता लगा कि ग्राहक सेवा केंद्र से पैसे निकले हैं। जांच में मालूम हुआ कि एक बड़ा रैकेट इस धंधे में शामिल है। आरोपी लल्ला सिंह ने फर्जी तरीके से ग्राहक सेवा केंद्र खोल लिया था। उसके ग्राहक सेवा केंद्र की आईडी का इस्तेमाल करके फ्राड किया जा रहा था। अधिवक्ता उपेंद्र रजिस्ट्री दफ्तर से नकल के माध्यम से अंगूठे का निशान और आधार कार्ड नंबर हासिल करते थे। अंगूठा निशानी मिलने पर उसकी निशान का क्लोन बनाकर ग्राहक सेवा केंद्र से रुपए कुछ फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देते थे। फिर एटीएम में जाकर पैसे निकालने में आसानी होती थी।
अभियुक्तों पर होगी गैंगेस्टर, रासुका की कार्रवाई
पकड़े गए जालसाजी के आरोपियों के दो साथियों जितेंद्र कुमार पांडेय और अजय कुमार निषाद की तलाश पुलिस कर रही है। एसएसपी ने बताया कि कार्रवाई में 775 फिंगरप्रिंट क्लोन, चार बायोमैट्रिक मशीन, नौ एटीएम कार्ड, 12 सिम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, 135 रजिस्ट्री पेपर, 1574 आधार कार्ड डाटा, एक लैपटॉप, दो चार पहिया वाहन ओर 44800 रुपए नगद, एक प्रिंटर और एक स्कैनर भी बरामद किया गया। इनके दो साथी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीम लगी है। क्राइम की साइबर सेल को एसएसपी ने 50 हजार रुपए के इनाम देने की घोषणा की। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों ने आर्थिक अपराध किया है। इसलिए इनके खिलाफ गैंगेस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी


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