रेलकर्मी की हत्‍या में नया खुलासा, भाइयों के साथ मां भी थी शामिल, गिरफ्तार

        गोरखपुर : रेलकर्मी प्रेम शंकर उर्फ बच्चा की हत्या में मां भी शामिल थी। अपने दोनों छोटों बेटों के साथ मिलकर मां ने बड़े बेटे की जान ली थी। रेलकर्मी की पत्नी की तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस ने तीनों को मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल राड और डंडा भी पुलिस ने बरामद कर लिया। 
एसपी सिटी डा. कौस्तुभ, सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने मंगलवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मियां बाजार हरिजन बस्ती के पास रहने वाले बेचन प्रसाद रेलकर्मी थे। उनकी मौत के बाद चार भाइयों में सबसे बड़े प्रेम शंकर को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी। कुछ दिन बाद प्रेम शंकर अपनी मां और भाइयों से अलग हो गया। भाई मजदूरी और गाड़ी चलाकर जीविका चलाते थे। पिता की जगह नौकरी मिलने का हवाला देते हुए वह वेतन के आधे रुपये देने के लिए प्रेम शंकर पर दबाव बना रहे थे। 
इसको लेकर कई बार विवाद हुआ। शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों पक्ष का शांति भंग में चालान किया था। नौकरी के अलावा प्रेम शंकर बक्शीपुर में बच्चा बैंड के नाम से बैंडबाजे की दुकान भी चलाते थे। सोमवार की शाम को प्रेम शंकर बाजार से पैदल घर लौट रहे थे। दरवाजे पर ‌छोटे भाई विधाता और हेमंत ने घेर लिया। आरोप है कि कहासुनी के बाद विधाता व हेमंत ने अपनी मां कलावती के साथ मिलकर डंडे और राड से प्रेम शंकर पर हमला कर दिया। सिर में चोट लगने से प्रेम शंकर अचेत हो गया। गंभीर हाल में परिवार के लोग उसे जिला अस्पताल ले गए जहां मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपित घर पर ताला बंद कर फरार हो गए। रेलकर्मी की पत्नी मृदुला ने आरोपितों के खिलाफ हत्या और धमकी देने का केस दर्ज कराया था।


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