उलाहना लेकर गए किराना व्यापारी को कुदाल से काट डाला

डॉ0 एस0 चंद्रा


   

    गोरखपुर : हरपुर बुदहट इलाके के सोपरा देवरिया गांव में पिता की पिटाई का उलाहना लेकर जाने पर किराना व्यापारी विजय प्रताप सिंह (45) की बृहस्पतिवार को कुदाल से काटकर हत्या कर दी गई। मारपीट में विजय के चाचा इंदल सिंह, भाई अयोध्या सिंह, बेटा अमन सिंह घायल हो गए।

घटना की सूचना पर एसएसपी जोगेंद्र कुमार फोरेंसिक टीम और फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो पता चला कि बुधवार रात में ही विवाद की शुरुआत हो गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिस वजह से इतनी बड़ी घटना हो गई।

एसएसपी ने थानेदार सुरेश चंद्र राव और सोनबरसा बाबू चौकी प्रभारी सुशील सिंह को निलंबित कर विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी और पुलिस की तैनाती की गई है।

वहीं, एसपी साउथ विपुल श्रीवास्वत, सीओ खजनी योगेंद्र कृष्ण भी कैंप कर रहे हैं। दूसरी तरफ, देरशाम मृतक विजय प्रताप सिंह के पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने रामअचल यादव, उनके पुत्र चंद्रपाल यादव, रामपाल यादव, देवमन यादव, लालबिहारी विश्वकर्मा, विरेंद्र विश्वकर्मा, सोनू यादव, संजय विश्वकर्मा, दयाराम विश्वकर्मा, प्रदीप यादव, अनिल और दो-तीन अज्ञात के खिलाफ मारपीट, धमकी, हत्या, बलवा की धाराओं में केस दर्ज किया है।

बुधवार रात लालबहादुर विश्वकर्मा के यहां बारात में आर्केस्ट्रा का आयोजन था। गांव के रामअचल यादव का बेटा चंद्रपाल यादव और विजय प्रताप का बेटा शिवम सिंह वहां मौजूद थे। गाने की फरमाइश पर दोनों में हाथापाई हो गई थी।

सूचना पर पुलिस आई थी, मगर पुलिस दोनों पक्षों को समझाकर चली गई। आरोप है कि बृहस्पतिवार सुबह विजय प्रताप सिंह के पिता हरिशंकर सिंह अपने दरवाजे पर थे कि रामअचल यादव का पुत्र चंद्रपाल यादव आ गया और हरिशंकर सिंह की पिटाई कर दी। उस समय घर के सभी लोग खेत में थे। वापस आने पर इसकी जानकारी विजय प्रताप को हुई तो वह अपने चाचा व अन्य घरवालों को लेकर उलाहना लेकर रामअचल यादव के घर गए। उधर, रामअचल यादव का परिवार पहले से हमले के लिए तैयार था।

विजय प्रताप के आते ही हमला कर दिए। विजय प्रताप को गंभीर हालत में सीएचसी सहजनवां ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से ही आरोपित घर छोड़कर फरार हैं। पुलिस ने घर की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है। विजय प्रताप घर पर ही किराना की दुकान चलाते थे।

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