नाबालिग चाचा ने अपहरण के बाद ही कर दी थी मासूम की हत्या

  डॉ0 एस0 चंद्रा





        महराजगंज : सदर कोतवाली क्षेत्र के बांसपार बैजौली टोला भुलनापुर के अपहृत मासूम पीयूष के अपहरणकांड का दुखद अंत हो गया। इस घटना से पूरा जिला अवाक है। हर चेहरे पर गम व अफसोस की झलक है। अपने मां-बाप के इकलौते बेटे पीयूष की हत्या उसके परिवार के ही नाबालिग आरोपी ने अपहरण करने वाले दिन कर दिया था। परिवार के लोगों को गुमराह करने के लिए फिरौती की चिट्ठी लिखी थी। इस हादसे के बाद परिजन बहदवास हैं। पुलिस भी लाख कोशिशें के बाद मायूस है कि पीयूष की जिंदगी नहीं बचाई जा सकी।

हैदराबाद से मिले लोकेशन के बाद शक के दायरे में आया था नाबालिग चाचा

बुधवार को अपराह्न दो बजे घर के दरवाजे से लापता छह वर्षीय मासूम पीयूष पुत्र दीपक गुप्ता को ढूंढने के लिए पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही थी। एसपी प्रदीप गुप्ता खुद ही पूरी विवेचना की मानीटरिंग कर रहे थे। पीयूष की बरामदगी के लिए तेज तर्रार थानेदारों की पांच टीम लगाई गई थी। इसके अलावा एसटीएफ भी जांच में जुट गई थी। शुरुआती जांच में अपहरण का नेटवर्क घर के आसपास ही केन्द्रित हो गया। पीयूष के परिजनों को बीते पांच सितंबर को फोन पर धमकी देकर पांच लाख रुपये की मांग की गई थी। पुलिस की जांच टीम ने उस नम्बर का लोकेशन जानने के लिए हैदराबाद से जांच कराई। टॉवर लोकेशन सीधे आरोपित नाबालिग अपहरणकर्ता के घर की मिली। इससे वह शक के दायरे में आ गया। इसके बाद जिस चिट्ठी से पचास लाख की फिरौती की मांग की गई थी उस हैंडराइटिंग की एक्सपर्ट से जांच कराई गई। वह हैंडराइटिंग भी आरोपित के हैंडराइटिंग से मेल खाई। इसके बाद शनिवार की शाम को पुलिस टीम आरोपित नाबालिग अपहरणकर्ता से उसके परिजनों की मौजूदगी में पूछताछ शुरू की। जिसमें वह अपहरण की बात कबूल लिया।

नौवीं का छात्र है अपहरणकर्ता, तीन दिन तक पुलिस को छकाता रहा

मासूम पीयूष के अपहरण के बाद हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया अपहरणकर्ता परिवार का ही सदस्य है। वह रिश्ते में पीयूष का चाचा लगता है। कक्षा नौ में पढ़ता है, लेकिन अपहरण की साजिश इस कदर रचा कि तीन तक एसपी समेत पुलिस महकमा के आला अफसर व एक्सपर्ट इन्वेटिगेशन अफसर भी परेशान रहे। पुलिस को शुरुआती जांच में ही इस बात का शक हो गया था कि अपहरण के मामले में घर के अंदर ही किसी की साजिश है, लेकिन वादी होने के चलते पुलिस हाथ नहीं डाल रही थी। साक्ष्य एकत्र होने के बाद पुलिस जब पूछताछ शुरू की तो पीयूष के अपहरण के बाद हत्या की बात सामने आ गई। देर रात एसपी मौके पर पहुंचे। शव को पुलिस टीम ने कब्जे में लिया।

    “शव बरामद होने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मुख्य आरोपित पुलिस अभिरक्षा में है। वह नाबालिग है। यह पता लगाया जा रहा है कि इस घटना में और किस-किस का हाथ है। सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी ने कबूल किया है कि अपहरण वाले ही दिन उसने गला दबाकर पीयूष की हत्या कर दी थी”-प्रदीप गुप्ता एसपी

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