अब गोरखपुर में भी छात्र कर सकेंगे ऑडियो व स्पीच थिरैपी कोर्स

डॉ0 एस0 चंद्रा


         गोरखपुर : जीवन ज्योति पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट की संचालक संस्था "जीवन ज्योति ट्रस्ट" के अध्यक्ष डॉक्टर पी पी गुप्ता एवं इंस्टीट्यूट के प्रशासक अशोक अग्रवाल ने बताया कि पूर्वांचल का यह प्रथम पैरामेडिकल संस्थान है जिसे डिप्लोमा इन ऑडियो एवं स्पीच थेरेपी के शिक्षण व प्रशिक्षण हेतु उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी , लखनऊ द्वारा मान्यता व संबद्धता प्रदान की गई है।

पूर्वांचल में श्रवण व स्पीच से संबंधित मेडिकल समस्याएं बहुत पाई जाती है। प्रदेश सरकार व भारत सरकार के ऐसे कई स्वास्थ्य कार्यक्रम जिसमें श्रवण व भाषा की बीमारियों के लिए स्क्रीनिंग द्वारा पीड़ितों की पहचान कर उन्हें निदान के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती है। ऑडियो एवं स्पीच थैरेपिस्ट का इन सुविधाओं को प्रदान करने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है  जिससे उन्हें सरकारी व प्राइवेट नौकरी प्राप्त करने में आसानी होगी। इसके साथ ही उन्हें स्वरोजगार का भी अवसर प्राप्त होगा। 

सरकार द्वारा जिला, सामुदायिक एवं प्राथमिक चिकित्सा स्तरों पर भी ऑडियो एवं स्पीच थैरेपिस्ट की सेवाएं प्रदान करने की योजना प्राथमिकता में है। 

इस संस्थान का संचालन एम्स पटना के पूर्व डीन एवं बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के पूर्व प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष के द्वारा किया जा रहा है। जिससे शिक्षण व प्रशिक्षण की गुणवत्ता को उच्च स्तर पर रखा जा सके। ताकि यहां से प्रशिक्षित छात्र प्रदेश व देश में जहां भी जाएं अपनी विशिष्ट पहचान बना सकें। यहां पर व्यक्तित्व विकास व कम्युनिकेशन स्किल पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

ऑडियो से संबंधित विषयों को एम्स, ऋषिकेश के पूर्व नाक, कान व गला विशेषज्ञ डॉक्टर  शुभां कुर गुप्ता की देखरेख में संचालित किया जाएगा जिससे कि शिक्षण व प्रशिक्षण की गुणवत्ता उच्च स्तर पर रखी जा सके। स्पीच थेरेपी की विषय विशेषज्ञा श्रीमती आभा पाठक जोकि नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज ,जबलपुर और आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पीच एंड हियरिंग , मैसूर से प्रशिक्षित हैं, द्वारा संपादित किया जाएगा। 

जीवन ज्योति पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण हेतु स्थापित आधुनिक  ऑडियो मेट्री लैब व स्पीच थेरेपी सुविधा द्वारा श्रवण व बोलने से संबंधित बीमारियों से ग्रसित आम जनों के लिए बीच-बीच में स्क्रीनिंग कैंप का भी आयोजन किया जाएगा। जिससे की बीमारी का उचित समय पर पता लग सके। 

संचालकों द्वारा उम्मीद जताई गई कि ऑडियो एंड स्पीच थेरेपी मैं प्रशिक्षण से युवाओं को नई विधा में अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होगा। जिससे कि इस क्षेत्र में  रोजगार के  सभी तरह के अवसर प्राप्त होंगे।

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