आशनाई के चक्कर में हुई थी हत्या पुरानी दुश्मनी में दूसरे को बनाया गया था अभियुक्त

डॉ0 एस0 चंद्रा

    गोरखपुर : तीन वर्ष पूर्व हुए हत्या का क्राइम ब्रांच पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वर्मा के निर्देशन में निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह, उप निरीक्षक साहब सिंह, उपनिरीक्षक जनार्दन चौधरी व प्रभारी निरीक्षक सहजनवा संतोष यादव की टीम ने मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए भेजा जेल। पुलिस अधीक्षक अपराध अशोक कुमार वर्मा ने पुलिस लाइन व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि मुकदमा संख्या 106 /18 धारा 302 व 34 भादवी  थाना सहजनवा गोरखपुर  वादी अजीत सिंह पुत्र बाल गोविंद सिंह द्वारा 3 मार्च 2018 को अपने भाई मंजीत की हत्या का मुकदमा जितेंद्र शुक्ला सत्येंद्र शुक्ला शिवेंद्र शुक्ला को पुरानी रंजिश के संदेश के आधार पर नामित किया गया था लेकिन विवेचना में उक्त आरोपियों की नामजदगी गलत पाई गई और विवेचना साक्ष्य व सर्विस लांस की मदद से  मृतक के हत्या का कारण आशनाई का मामला सामने आया जिसमें अभियुक्त रामसागर सिंह पुत्र स्वर्गीय श्री राम सिंह पवन सिंह पुत्र श्री राम सिंह विनोद सिंह पुत्र श्री राम सिंह परमेन्द्र सिंह पुत्र राम सागर अखिलेश पांडेय उर्फ पारले पुत्र राम सागर श्रीमती संध्या पत्नी राम सागर सिंह निवासी चढ़राव थाना सहजनवा व एक अन्य अभियुक्त प्रकाश में आया जो काफी दिनों से वांछित चल रहे थे। जिन्हें आज क्राइम ब्रांच व सहजनवा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।


      

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