डॉ0 एस0 चंद्रा
गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक विनय कुमार त्रिपाठी ने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम गोरखपुर में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल रेलवे सुरक्षा विषेष बल के जवानों नागरिक सुरक्षा संगठन के सदस्यों स्काउट/गाइड एवं रेलवे विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत परेड की सलामी ली। इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे कला समिति स्काउट एवं गाइड तथा रेलवे स्कूल के बच्चों द्वारा देष भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत देष भक्ति गायन नुक्कड़ नाटक तथा रेलवे सुरक्षा बल द्वारा मलखम्भ एवं ‘डाग शो‘ की प्रस्तुती की गई।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में महाप्रबन्धक विनय कुमार त्रिपाठी ने रेल अधिकारियों कर्मचारियों एवं उनके परिवाजनों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित एवं सुखद यात्रा प्रदान करने के लिये हम अपनी कार्यप्रणाली के सुधार एवं आधुनिकीकरण में निरन्तर अग्रसर हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान जब जन गतिविधियां पूरी तरह से थम सी गयी थीं तब भी हमारे रेलकर्मियों ने देष सेवा में अप्रतिम योगदान दिया। वर्ष 2020-21 में पूर्वोतर रेलवे ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
महाप्रबन्धक ने कहा कि 217 कोचों को कोविड केयर कोच में कन्वर्ट कर राज्य सरकार की मांग के अनुसार 16 विभिन्न रेलवे स्टेषनों पर रखा गया। पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेषनों पर आई 911 श्रमिक स्पेषल ट्रेनों से लगभग 9 लाख 38 हजार यात्री आये। इस दौरान गोरखपुर रेलवे स्टेषन पर देष में सर्वाधिक 313 श्रमिक टेªनें आईं। पूर्वोत्तर रेलवे के अनेक स्टेषनों से विभिन्न नगरों के लिये 116 श्रमिक स्पेषल गाड़ियां चलाकर लगभग 01 लाख 27 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान को भेजा गया। कोरोना में लाॅकडाउन के दौरान पूरे देष में आवष्यक सामग्री की आपूर्ति बनाये रखने के लिये मालगाड़ियों का निर्बाध एवं सुरक्षित संचलन किया गया। कोविड-19 से बचाव हेतु सुरक्षा उपकरणों का इन-हाउस उत्पादन किया गया।
यात्री सुविधाओं पर प्रकाष डालते हुए महाप्रबन्धक श्री त्रिपाठी ने कहा कि औंड़िहार-नन्दगंज एवं कछवा रोड-माधोसिंह खण्ड का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण, पीलीभीत-शाहजहाँपुर खंड का आमान परिवर्तन तथा भटनी-औंड़िहार, गोण्डा-सुभागपुर, सीतापुर-लखीमपुर, कासगंज-बरेली एवं दुरौंधा-महराजगंज-मसरख रेल खंडों का विद्युतीकरण पूर्ण हो चुका है। महाप्रबन्धक ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में माह दिसम्बर, 2020 तक यात्री यातायात से रू. 390 करोड़ एवं माल यातायात से रू. 1,184 करोड़ तथा सकल आय रू. 1,618 करोड़ दर्ज की गयी। विभिन्न स्तरों पर गठित बिजनेस डेवलेपमेन्ट यूनिट के सराहनीय विपणन प्रयासों द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे को अन्तर्देषीय माल लदान के साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय माल परिवहन के अवसर भी प्राप्त हुये हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि इस वित्त वर्ष में माह दिसम्बर, 2020 तक 283 अनुपयुक्त आई.सी.एफ. कोचों को एन.एम.जी. वैगनों में परिवर्तित किया गया, जिनका उपयोग आॅटोमोबाइल के परिवहन हेतु किया जा रहा है। इस वर्ष माह दिसम्बर, 2020 तक गाड़ियों का समय-पालन सुधर कर 96.2 प्रतिषत हो गया। मालगाड़ियो की औसत गति 79 प्रतिषत का सुधार हुआ है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि कुल 289 स्टेषनों पर वाई-फाई सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इस वर्ष में कोई परिणामी दुर्घटना नहीं हुई। इस वर्ष दिसम्बर, 2020 तक कुल 52 रक्षित समपारों को बन्द किया गया, 10 समपारों की इंटरलाॅकिंग की गयी तथा 56 समपारों पर स्लाइडिंग बूम एवं 16 समपारों पर इलेक्ट्रिक लिफ्ंिटग बैरियर लगाये गये।
महाप्रबन्धक ने कहा कि रेल परिसरों तथा रेल पटरियों के किनारे पड़े अवांछित एवं निष्प्रयोज्य सामग्रियों का निस्तारण तेजी से किया जा रहा है। डबल डेकर यानों के अतिरिक्त, पूर्वोत्तर रेलवे की सभी गाड़ियों के यानों में बायो ट्वायलेट लगाये जा चुके हैं। पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रमों के अन्तर्गत इस वर्ष अभी तक 9 लाख से अधिक पौधे लगाये गये हैं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिये 30वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार के अन्तर्गत पूर्वोत्तर रेलवे को विभिन्न श्रेणियों में तीन पुरस्कार प्राप्त हुये है। ट्रान्सपोर्ट कैटेगरी में पूर्वोत्तर रेलवे को बिल्डिंग कैटेगरी में मंडल रेल प्रबन्धक कार्यालय लखनऊ को तथा इण्डस्ट्री कैटेगरी में यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर को यह पुरस्कार मिला है।
उन्होंने सुरक्षा एवं कर्मचारी कल्याण पर चर्चा करते हुए कहा कि महिला सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाने हेतु 350 महिला प्रषिक्षुओं को उत्कृष्ट प्रषिक्षण देकर फील्ड में भेजा गया। महिला यात्रियों की सुरक्षा हेतु रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ’मेरी सहेली’ अभियान चलाया जा जा रहा है। अनुकम्पा के आधार पर नियुक्तियाँ प्राथमिकता के आधार पर की जा रही हैं। वर्ष 2020-21 में अभी तक 95 मृतक आश्रितों को नियुक्ति प्रदान की गयी है। पूर्वोत्तर रेलवे पर अब तक लगभग 800 ई-पास जारी किया गया है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि विद्युतीकरण के फलस्वरूप इस वर्ष माह दिसम्बर, 2020 तक एच.एस.डी. खपत में 81.5 प्रतिषत की कमी आई, जिससे रू. 490.5 करोड़ के रेल राजस्व की बचत हुई। महाप्रबन्धक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि मोहम्मद अब्बास रिजवी, सहायक उपनिरीक्षक/अभियोजन शाखा मुख्यालय,गोरखपुर को उनके उत्कृष्ट सेवाओं के लिये वर्ष 2020 का भारतीय पुलिस पदक दिया गया है। उन्होंने रेलकर्मियों से अपील किया कि सभी परियोजनाओं को समय से पूरा करें। रेल सुरक्षा एवं संरक्षा के कार्यों को प्राथमिकता दें, यात्री संतुष्टि एवं राजस्व के बढ़ोत्तरी के लक्ष्य को प्राप्त करें।
इसके पश्चात महाप्रबन्धक श्री त्रिपाठी ने स्वर्ण जयन्ती स्कूल, बौलिया रेलवे कालोनी में झण्डारोहण किया तथा उन्होंने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। महाप्रबन्धक श्री त्रिपाठीे, अध्यक्ष पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन श्रीमती मीना त्रिपाठी ने ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय में भर्ती रोगियों का कुषलक्षेम लिया तथा उन्हेें उपहार प्रदान कियें। इस दौरान महाप्रबन्धक ने पूर्ण आॅटोमेटिक बायो केमिस्ट्री एनालाइजर मषीन का भी शुभारम्भ किया । इस अवसर पर महाप्रबन्धक श्री त्रिपाठी एवं अध्यक्ष पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन श्रीमती मीना त्रिपाठी तथा वरिष्ठ रेल अधिकारियों ने रोड नं. 16 के निकट वृक्षारोपण किया।
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