डॉ0 एस0 चंद्रा
महराजगंज : जनपद में इंसानियत को शर्मसार करने वाले पुरन्दरपुर कांड में मासूम के गुनाहगार जैसे ही पुलिस कस्टडी में आए, उन्हें देख लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों के आक्रोश से पुलिस किसी तरह बचाकर पुलिस कार्यालय ले गई। एसपी के सामने पेश करने के बाद जब पुलिस कर्मी गाड़ी में बैठाने लगे उस दौरान लोगों ने थप्पड़ जड़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस बचा ले गई। लेकिन जैसे ही आरोपित कचहरी में पहुंचे। लोगों को यह मालूम हुआ कि बिटिया के यही गुनाहगार हैं।
गैंगरेप के बाद हत्या किए हैं तो लोग आरोपितों पर टूट पड़े और पिटाई शुरू कर दी। हालांकि पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपितों को सुरक्षा घेरा में लेकर कोर्ट में ले जाकर पेश कर दिया। जहां कोर्ट ने सभी छह गुनाहगारों को जेल भेज दिया।
जंगल में मां की मदद करने गई 12 वर्षीय बच्ची को दरिंदों ने अपना हवस का शिकार बनाते हुए गला दबाकर हत्या कर दी थी। इस घटना से पूरा जिला मर्माहत था। हर जुबान से घटना की निंदा हो रही थी। शुक्रवार को जैसे ही गैंगरेप का हत्या के मामले में सभी छह आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर ली तो लोगों का गुस्सा बढ़ने लगा। इसमें दो युवक ऐसे थे जिनकी उम्र बच्ची से दोगुना से भी अधिक थी। एक की उम्र 27 वर्ष व दूसरे की उम्र 26 वर्ष है। इसके अलावा सभी 19 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। केवल बच्ची ही नाबालिग थी, लेकिन नशे की धुत में आरोपितों ने दरिंदगी की सभी सीमा को पार कर दी थी।
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