मनीष ओझा के नेतृत्व में दो सूत्रीय मांग पत्र कुलपति की अनुपस्थिति में मुख्य नियंता को सौंपा

 गोरखपुर, गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता मनीष ओझा के नेतृत्व में 2 दर्जन छात्रों ने गोरखपुर विश्वविद्यालय मुख्य द्वार को बंद करके 2 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया ।

मनीष ओझा ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय शिक्षा का मंदिर है यहां पर कोई वीआईपी नहीं है जहां वीआईपी द्वार होना चाहिए। कुलपति जी तानाशाही रवैया अपनाते हुए प्रशासनिक भवन पूर्वी गेट को वीआईपी द्वार बना दिए हैं। जहां से केवल कुलपति, कुलसचिव, वित्त अधिकारी की ही गाड़ी आ जा सकती है जो गलत है। यदि वह द्वार कुलपति महोदय ने सभी छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों, शिक्षकगणों के लिए तत्काल नहीं खोला एवं स्नातक व परास्नातक की कक्षाओं को ऑफलाइन नहीं चलवाया गया तो हम सभी इस मांग को लेकर राज्यपाल महोदया से भी मिलेंगे। साथ ही साथ नारायण दत्त पाठक एवं आशुतोष तिवारी ने संयुक्त रूप से कहा कि आज कुलपति महोदय की अनुपस्थिति में हमने 2 सूत्रीय मांग पत्र मुख्य नियंता सतीश चंद पांडेय जी को सौंपा है यदि स्नातक व परास्नातक की कक्षाओं को तत्काल ऑफलाइन नहीं चलाया गया एवं वीआईपी प्रथा को तत्काल बंद नहीं किया गया तो हम सभी छात्र उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। धरना प्रदर्शन में  प्रतिक त्रिपाठी, हर्ष तिवारी, प्रियांशु त्रिपाठी,कार्तिक यादव,विजेंद्र कुमार, बृजेश कुमार, रविकांत दीवान आदि लोग उपस्थितथे ।


टिप्पणियाँ