डॉ0 एस0 चंद्रा
बस्ती : महोत्सव का उद्देश्य स्थान विशेष की कला संस्कृति और धरोहर को देश-विदेश तक पहुॅचाने का होता है। बस्ती महोत्सव अपने इस उद्देश्य में सफलता प्राप्त करे यही शुभकामना है। उक्त विचार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने व्यक्त किया। वे बस्ती महोत्सव में दूसरे दिन शिखर दिवस के अवसर पर दीप प्रज्जवलित करने के बाद लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि बस्ती आध्यात्मिक, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध जनपद है। उन्होने बस्ती को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए सांसद हरीश द्विवेदी के प्रयासों की सराहना किया।
उन्होने कहा कि जिले में प्राकृतिक सौन्दर्य है। भगवान राम के गुरू वशिष्ट का आश्रम है। भगवान राम के अवतार के लिए किए गये यज्ञ का स्थान भी बस्ती में है। स्वतंत्रता संग्राम के नायक जालिम सिंह, उदय सिंह, रानी तलास कुॅवरि की यह कर्मभूमि है। 1857 में 300 से अधिक लोगों को छावनी में फासी दी गयी। मै ऐसी धरती को नमन करता हूॅ।
उन्होने कहा कि कोरोना काल ने यह सावित कर दिया कि हम अपनी संस्कृति और संस्कार के बल पर बड़ी से बड़ी समस्या का मुकाबला एक जुट रह कर के कर सकते है। हमारी सामाजिक और आर्थिक व्यव्स्था में सभी समस्याओं का हल है। चुनौतियों का सामना करने के लिए दृढ संकल्प शक्ति आवश्यक है। हमारा देश आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब हम स्वदेशी बस्तुओं का प्रयोग करेंगे।
उन्होने कहा कि आजादी के बाद से निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाओं से लोकतंत्र मजबूत हुआ है। आपके द्वारा चुने गये सांसद एवं विधायक आपकी समस्याओ को संसद में पूरजोर तरीके से रखते है और सरकार उनका हल निकालती है। उन्होने लोगों को चुनाव में भाग लेने तथा अधिक से अधिक मतदान करने की भी अपील किया। इस अवसर पर उन्होने साहित्यकार अष्टभुजा शुक्ला द्वारा रचित पुस्तक ‘‘बस्ती-अतीत से वर्तमान तक‘‘ का विमोचन भी किया। बस्ती महोत्सव समिति द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह भेट किया तथा सभी अतिथियों का शाल ओढाकर सम्मानित किया। इसके पूर्व उन्होन शास्त्री चैक पर रिमोट से 100 फीट के राष्ट्रीय ध्वजरोहण किया तथा शिलापट्ट का शिलान्यास किया। उन्होने भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। बस्ती विकास प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में स्काउट गाइड द्वारा बैण्ड बाजे के साथ उनका स्वागत किया गया। पुलिस द्वारा गार्ड आफ आनर पेस किया गया।
बस्ती महोत्सव को पूर्व कृषि मंत्री एंव सांसद डाॅ0 राधा मोहन सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि बस्ती का गौरवशाली इतिहास रहा है। बस्ती का सिरका तथा फर्नीचर विदेशो में भी जाता है। शोध से प्रता चला है कि धान की खेती बस्ती से ही शुरू हुयी है। सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि महोत्सव जिले की संस्कृति और कला की पहचान होती है। उन्होने बताया कि जबसे ओम बिरला जी लोक सभा अध्यक्ष हुए है। लोकसभा में आधी रात तक काम होता है। उन्होने लोकसभा अध्यक्ष महोदय को कपिल वस्तु महोत्सव के लिए आमंत्रित भी किया।
सांसद हरीश द्विवेदी ने पूर्वांचल की धरती पर पहली बार लोकसभा अध्यक्ष महोदय के आगमन पर उनका स्वागत करते हुए बताया कि पिछले तीन वर्षो से बस्ती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बस्ती में लगभग 600 लोगों के बैठने की क्षमता वाला भारत रत्न अटल बिहारी प्रेक्षागृह, मेडिकल कालेज, इंजीनियरिंग कालेज, ओपेन जिम, बनारस और प्रयागराज के लिए बस्ती से सीधी ट्रेन तथा पं0 दीनदयाल उपाध्याय पुस्तकालय का निर्माण कराया गया है।
बस्ती महोत्सव के अध्यक्ष जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने सभी अतिथियों को शाल ओढाकर सम्मानित किया तथा इस मौके पर पधारने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर सांसद प्रवीण निषाद, विधायक दयाराम चौधरी, अजय सिंह, रवि सोनकर, चन्द्र प्रकाश शुक्ला, संजय यादव, श्रीमती रूपम मिश्रा, महेश शुक्ल, धर्मेन्द्र सिंह, संजय राय, आईजी अनिल कुमार राय, पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा, सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नन्द किशोर कलाल, सीआरओ नीता यादव उपस्थित रहें।
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