उत्तराखंड में गोरखपुर के भी चार लोग लापता, घटना के समय टनल में कर रहे थे काम

डॉ0 एस0 चंद्रा

      गोरखपुर : उत्तराखंड हादसे में लापता होने वालों में गोरखपुर के भी चार लोग शामिल हैं। इनमें दो सदर तहसील तो दो सहजनवां तहसील क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनमें से तीन के परिजनों ने सोमवार को डीएम के. विजयेंद्र पांडियन से मिलकर उनके अपनों के उत्तराखंड हादसे में लापता होने की जानकारी दी। जबकि एक के परिजनों ने आपदा विभाग के पोर्टल पर सूचना दी है।

सभी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। डीएम ने आश्वस्त किया है कि वे उत्तराखंड में संबंधित जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। सूचना भेज दी गई है। जैसे ही कोई सूचना मिलेगी, परिजनों तक पहुंचाई जाएगी। प्रशासन हर संभव मदद करेगा।

आपदा विभाग के मुताबिक जो लोग लापता हैं उनमें जगतबेला के पास स्थित गौराखास के वेद प्रकाश सिंह एवं धनुर्धारी तथा बुढ़ियाबारी डोहरिया बाजार निवासी नागेंद्र सिंह तथा केशोकुरहा सहजनवां के शेष नाथ उपाध्याय शामिल हैं। सभी नेशनल थर्मो पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) के पनबिजली परियोजना में आउटसोर्सिंग पर वेल्डर का काम कर रहे थे। जिस समय घटना हुई ये टनल में काम कर रहे थे।

कंपनी की ओर से परिजनों को दी गई जानकारी

कार्यदायी कंपनी ओम मेटल कंस्ट्रक्शन में काम करने वाले तीन लोगों के बारे में कंपनी की ओर से उनके परिजनों को जानकारी दी गई है कि सभी लापता हैं। लापता धनुर्धारी (36) के बड़े भाई चक्रधारी ने बताया कि शनिवार की रात में उनकी आखिरी बार बात हुई थी। घटना के बाद से ही संपर्क नहीं हो सका।

22 वर्षीय वेदप्रकाश के पिता राजेन्द्र सिंह एवं 23 वर्षीय नागेंद्र के बड़े भाई जितेंद्र ने बताया कि उत्तराखंड से मैसेज आया है कि तीन लोग लापता हैं। तीनों प्रोजेक्ट के गेट पर काम कर रहे थे। घटना के बाद से ही सभी के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। जिले से लापता लोगों में धनुर्धारी की हाल ही में शादी भी हुई है।

डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने कहा कि उत्तराखंड हादसे में जिले के भी चार लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। तीन के परिजनों ने मुलाकात भी की थी जबकि एक ने आपदा विभाग के पोर्टल पर सूचना दी है। उत्तराखंड के जिला प्रशासन से संपर्क किया गया है। शासन को भी सूचना दी गई है। कोई सूचना मिलते ही परिवारवालों को अवगत कराया जाएगा।

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