डॉ0 एस0 चंद्रा
गोरखपुर : वसीम रिजवी के खिलाफ मुसलमानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोग वसीम रिजवी के खिलाफ तहरीर लेकर गिरफ्तारी की मांग करते हुए तिवारीपुर थाना पहुंचे। हालांकि पुलिस ने तहरीर नहीं ली।
तहरीर देने पहुंचे लोगों ने कहा कि कुरआन-ए-पाक मुसलमानों का पवित्र धर्म ग्रंथ है। यह अल्लाह की किताब है। इसमें संशोधन करना तो दूर इस बारे में सोचा नहीं जा सकता है। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने एक बार फिर देश व मुस्लिम समाज में नफ़रत फैलाने का काम किया है। कुरआन-ए-पाक की 26 आयतों को कुरआन-ए-पाक से निकालने की मांग उसके मानसिक दिवालिएपन की निशानी है। कुरआन की किसी आयत में खराबी नहीं है ब्लकि वसीम रिजवी के दिमाग में खराबी है। उसने कुरआन-ए-पाक के साथ पहले खलीफा हजरत अबू बक्र, दूसरे खलीफा हज़रत उमर व तीसरे खलीफा हज़रत उस्मान की शान में भी गुस्ताखी की है। वसीम रिजवी के इस गैर जिम्मेदाराना कृत्य से करोड़ों मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं। मुसलमानों की आस्था को ठेस पहुंची है। मुसलमानों में आक्रोश है। इससे पहले भी कई बार वसीम रिजवी मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा चुके हैं।वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जल्द गिरफ्तार किया जाए। सख्त सजा दी जाए। जिससे देश में सौहार्द का माहौल बना रहा। तहरीर देने मौलाना जहांगीर अहमद, सैयद हुसैन अहमद, हाफिज आरिफ, शम्सुद्दोहा, खुर्शीद खान, वसीम, सेराज अहमद, मो. अनस रज़वी आदि पहुंचे थे।
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