डॉ0 एस0 चंद्रा
गोरखपुर : जिले में आयोजित किन्नर महासम्मेलन में देश भर से हजारों किन्नर आए हैं। मंगलवार को उन्होंने पैदल कलश यात्रा निकाल देश और समाज की भलाई की प्रार्थना की। इस दौरान बड़ी संख्या में किन्नर नाचते-झूमते हुए शहर की सड़कों पर निकले। उन्हें देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ इक्ट्ठा हो गई थी।
करीब सात साल बाद गोरखपुर अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन आयोजित किया गया है। दो से 13 मार्च तक आयोजित इस महासम्मेलन में शामिल होने के लिए देश भर से किन्नर आए हैं। पादरी बाजार स्थित एक मैरेज लॉन में आयोजन हो रहा है। महासम्मेलन में किन्नर अपने समाज की समस्याओं के बारे में महामंथन करते हैं। इस मौके पर वे देश और समाज के भलाई के लिए प्रार्थना भी करते हैं। मंगलवार को किन्नर समाज की सुख समृद्धि की कामना को लेकर मंगलवार को पैदल कलश यात्रा निकाली गई।
इसमें बड़ी संख्या में किन्नर समाज के लोग बैंड बाजों की धुन पर नाचते-झूमते और जश्न मनाते निकले। पादरी बाजार से शुरू होकर कलश यात्रा करीब दो किलोमीटर तक गई। इस दौरान किन्नर समाज के लोगों ने गोड़धोइया पुल स्थित मजार पर मत्था टेका। वहीं अष्टभुजी दुर्गा माता मंदिर पर पूजा और आरती की।कलश यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़क के किनारे जुट गए थे। रास्ते भर लोग कलश यात्रा के दृश्यों को मोबाइल कैमरे में कैद करते नज़र आए। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का बंदोबस्त भी रहा। ट्रैफिक पुलिस कलश यात्रा के रूट पर यातायात नियंत्रित करती दिखी। कलश यात्रा के दौरान लोगों ने किन्नर समाज के लोगों पर पुष्प वर्षा कर उनका आशीर्वाद लिया।
दिल्ली से आईं प्रीति किन्नर और कानपुर से आईं अंकिता किन्नर का कहना है कि इस कार्यक्रम का उनको सालों से इंतजार रहता है। 7 साल बाद आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में वह जब अपने समाज के पूरे देश के लोगों से मिलती है तो उन्हें काफी अच्छा लगता है। 11 दिन तक होने वाले इस कार्यक्रम में वह एक दूसरे से हुए गिले शिकवे भी मिटाती हैं और हर तरफ जश्न का माहौल रहता है।
किन्नर समाज की महामंडलेश्वर किरण गिरी और इस कार्यक्रम की आयोजक प्रेम नायक किन्नर ने बताया कि किन्नर महासम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अलावा गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और बिहार के कई जिलों से किन्नर आए हुए हैं। सम्मेलन में किन्नर अपने यजमानों की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस बार के सम्मेलन में कोरोना के खात्मे की प्रार्थना भी की गई।
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