गोरखपुर की श्रीती पांडेय फोर्ब्‍स के टॉप-30 मेधावियों में, इको फ्रैंडली कोविड अस्‍पताल बनाकर हासिल किया मुकाम

 डॉ0 एस0 चंद्रा


      गोरखपुर : पटना में बीते वर्ष महज 80 दिन में पराली और धान की भूसी के पैनल से इको फ्रैंडली कोविड अस्पताल बनाने वाली गोरखपुर की बेटी श्रीती पांडेय को दुनिया की प्रतिष्ठित पत्रिका 'फोर्ब्स' ने एशिया की टॉप 30 मेधावी में शामिल किया है। 30 साल से कम उम्र की श्रेणी में श्रीती को इंडस्ट्री और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए यह सम्मान मिला है।

'फोर्ब्स थर्टी अंडर थर्टी' शीर्षक से पत्रिका के ताजा अंक में 30 साल के कम उम्र के 30 ऐसे एशियाई नवोन्मेषियों (इनोवेटर) को इस सूची में शामिल किया गया है, जिन्होंने अपने कार्य और शोध से समाज को कुछ दिया है। गोरखपुर की श्रीती को फोर्ब्स की तरफ से यह सम्मान खेती के अवशिष्ट को बेहतर तरीके से प्रयोग करने पर मिला है।

इको फ्रैंडली के साथ कार्बन मुक्त है पैनल

श्रीती भवन निर्माण के लिए पराली और धान की भूसी से जो पैनल तैयार कर रही हैं, वह इको फ्रैंडली तो है ही, कार्बन डाई ऑक्साइड से मुक्त भी है। श्रीती के काम को यूपी के साथ ही बिहार, पंजाब और हरियाणा सरकार से खूब वाहवाही मिली है। वह इन सरकारों के साथ मिलकर काम भी कर रहीं हैं। अपनी सफलता पर श्रीती का कहना है कि पराली देश के 40 फीसदी हिस्से में बड़ी समस्या है। परियोजना को सरकारों और संस्थाओं का समर्थन मिला तो देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में वरदान साबित हो सकता है।

न्यूयार्क यूनिवर्सिटी से कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में एमए हैं श्रीती

बता दें कि कांस्ट्रक्शन इनोवेटर श्रीती पांडेय ने वर्ष 2014 में बीटेक करने के बाद न्यूयार्क यूनिवर्सिटी से कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में मास्टर की डिग्री हासिल की। वह अमेरिकी कंपनी में अच्छे वेतन पर जॉब कर रही थीं। लेकिन कुछ नया करने के संकल्प के साथ स्वदेश लौट आई।

चेक रिपब्लिक जाकर सीखा पराली का इस्तेमाल

श्रीती ने खंडवा में आदिवासियों के बीच भी समय गुजारा है। यहां पराली जलता देख इसके इस्तेमाल का गुर सीखने वह चेक रिपब्लिक चली गईं। वहां पराली और धान की भूसी से बोर्ड बनाने की ट्रेनिंग लेने के बाद स्ट्रक्चर इको लिमिटेड कंपनी बनाई। श्रीती के पिता मंकेश्वर पांडेय शहर के एमजी कॉलेज के प्रबंधक हैं।

80 दिन में तैयार किया कोविड अस्पताल

श्रीती ने कोरोना काल में महज 80 दिन में ही पटना के डीएफआई अस्पताल परिसर में 7000 वर्ग फुट में नया कोविड अस्पताल तैयार कर दिया। इको फ्रेंडली अस्पताल की लागत सिर्फ सवा करोड़ रुपये आई। पहला निर्माण उन्होंने एमजी इंटर कॉलेज में तीसरे तल पर 6000 वर्ग फुट में किया। जिनका तापमान अन्य कमरों के मुकाबले पांच डिग्री सेल्सियस कम पाया गया।

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