चिड़ियाघर में हुआ विवाद

डॉ0 एस0 चंद्रा

      गोरखपुर : रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के चिड़ियाघर पर बुधवार को हुए विवाद के बीच अचानक गार्ड शशिकांत मिश्रा के सरकारी बंदूक से गोली चल गई। आवाज सुनते ही आफरा तफरी मच गई। दरअसल, दोपहर में स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि के साथ प्राणि उद्यान के रेंजन द्वारा दुर्व्यवहार और मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने सड़क पर घेराव शुरू कर दिया। इकट्ठा होकर नारेबाजी कर रहे थे कि इसी बीच अचानक गार्ड के सरकारी बंदूक से गोली चल गई थी। 

पुलिस के मुताबिक कंधे से बंदूर गिरने पर गोली चली थी। गार्ड के दाहिने पैर के अंगुठे में गोली लगने की वजह से उसे एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करावाय गया है। रामगढ़ताल पुलिस बंदूक कब्जे में लेकर गार्ड के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कर रही है।

बुधवार सुबह से ही प्राणि उद्यान में जाने वालों की लंबी लाइन लगी थी। बुधवार को भीड़ मंगलवार की तुलना में कुछ कम थी। इसलिए गेट खुला रखा गया। इसी बीच अचानक विवाद हो गया। रामगढ़ताल मोहल्ले के स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि और भाजपा के वार्ड अध्यक्ष अरविंद निषाद ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया है कि चिड़ियाघर पर होने वाले भीड़-भाड़ से स्थानीय लोगों के आवागमन में दिक्कत हो रही है। मंगलवार को भी दस हजार की संख्या में भीड़ आई थी लेकिन अव्यवस्था की वजह से काफी लोगों को वापस लौटना पड़ा था। 

स्थानीय लोगों की शिकायत पर वह चिड़ियाघर के पास पहुंचे थे कि वन विभाग के रेंजर सुनील राव दो-तीन सिपाहियों के साथ पहुंचे और उनके साथ बदसलूकी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि खुद को भाजपा वार्ड अध्यक्ष बताने के बाद भी वन कर्मियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्हें चिड़ियाघर के बगल में खाली मैदान में दौड़ा दौड़कर पीटा गया। स्थानीय लोगों के बीच बचाव करने पर उनकी जान बच सकी। घटना के बाद स्थानीय लोग चिड़ियाघर के गेट नंबर एक पर जुट गए। लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताना शुरू कर दिया। इसी दौरान गोली चलने की घटना घट गई। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उक्त रेंजर के साथ अन्य लोगों की गिरफ्तारी न होने तक उनकी तरफ से आंदोलन जारी रखा जाएगा। पूरे मामले में रेंजर सुनील राव को उनके दोनों नंबर पर फोन कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया। उनका दोनों नंबर बंद होने की वजह से संपर्क नहीं हो पाया। 

हवा में चलाने के लिए लोड कर रहा था

गार्ड शशिकांत मिश्रा ने गोली चलने के बाद खुद को बचाने का प्रयास किया। कहा कि भीड़ अचानक से बढ़ रही थी, उन्हें लगा कि अनियंत्रित भीड़ को देखकर हवा में गोली चलाने का आदेश मिलता तो इसी की तैयारी में बंदूर में गोली भर रहा था। कि अचानक बंदूर हाथ से सरक कर नीचे उसी के पैर की ओर गिर गई और गोली चल गई। इससे दाएं पैर के जूते को फाड़ते हुए गोली अंगूठे पर लग गई।

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