सुपारी देकर कराई गई इलेक्‍ट्रानिक कारोबारी और कर्मचारी की हत्‍या, पुलिस को मिले अहम सुराग

डॉ0 एस0 चंद्रा

गोरखपुर/शिव शंभू मौर्या और संजय पांडेय की हत्या में सुपारी कीलिंग की आशंका जताई जा रही है। जिस तरह से हत्या की गई है अंदाजा यही लगाया जा रहा है कि किसी ने सुपारी देकर हत्या कराई है। मारने वाला भी शॉर्प शूटर बताया जा रहा है। उधर गगहा चौराहे के पास बुधवार की रात हुए डबल मर्डर को लेकर गुरुवार को गगहा कस्बे की सभी दुकानें बंद रहीं। गगहा में लगातार हो रही हत्या को लेकर पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा दिखा। तनाव को देखते हुए कई थानों की फोर्स गगहा और कोठा गांव में तैनात कर दी गई थी। वहीं शिवशंभू मौर्या के भाई श्रीराम मौर्या की तहरीर पर पुलिस ने बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गुरुवार को शिवशंभू मौर्या और संजय पांडेय के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट से पता चला कि शिवशंभू को बदमाशों ने तीन गोलियां मारी थीं। एक गोली गर्दन के आर-पार हो गई थी, तो दूसरी गोली बाईं आंख के ऊपर लगी थी जो कि सिर में जाकर फंसी थी, तीसरी गोली बाएं कंधे में मारी गई थी वह सीने में जाकर फंसी हुई थी। डॉक्टरों की टीम ने दोनों गोलियां निकाल दी। वहीं संजय पांडेय को बदमाशों ने दो गोलियां मारी थीं। एक गोली दाहिनी कनपटी पर लगी थी, जो कि सिर में मिली और दूसरी बाएं तरफ कान के नीचे लगी थी जो कि आर-पार हो गई थी। डॉक्टरों की टीम ने 1.20 बजे तक पोस्टमार्टम किया। 1.24 बजे शव को पुलिस की सुरक्षा में उनके गांव रवाना कर दिया गया। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस पर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी, गुलरिहा थाना, पिपराइच थाना, गीडा थाना और बेलघाट थानेदार तथा एलआईयू की टीम मौजूद रही। एसएसपी दिनेश कुमार पी भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दुकान बंद करते समय बदमाशों ने पहले शिवशंभू के ऊपर ताबड़तोड़ गोली चलाई। उसके बाद संजय पांडेय ने शायद उन्हें पहचान लिया था यही वजह थी कि संजय ने जब दुकान के पीछे तरफ दरवाजे से होकर भागने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसे दौड़ा लिया और दरवाजे के पास ही दोनों गोलिया कनपटी के पास काफी करीब से मार दी।

पुलिस ने पूछताछ के लिए आधा दर्जन लोगों को उठाया

पूछताछ के लिए पुलिस ने दर्जन भर लोगों को उठाया है। कस्बे के अन्य दुकानों से भी सीसी टीवी फुटेज खंगाल कर बदमाशों के बारे में क्लू तलाशा जा रहा है। गगहा क्षेत्र के कोठा गांव निवासी भारत भूषण मौर्या के सबसे छोटे बेटा 35 वर्षीय शिवशम्भू मौर्य को गगहा-जानीपुर मार्ग पर स्थित गीतांजलि इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर बुधवार की रात करीब 8 बजे बाइक सवार बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। गोली-बारी में शिवशम्भू मौर्या के अलावा उनके दुकान पर काम करने वाले गोला क्षेत्र के लाहीडाड़ी निवासी संजय पांडेय पुत्र रामनवल पांडेय की भी मौत हो गई थी।

दोनों लोगों के गांव में पुलिस व पीएसी तैनात

हत्या से गुस्साए लोगों ने बुधवार की रात में गोरखपुर-वाराणसी हाईवे जाम कर दिया। अफसरों के समझाने के बाद किसी तरह से लोग शांत हुए हालांकि गुरुवार को भी यह गुस्सा दिखा। हत्या के विरोध में गुरुवार को गगहा के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। उपद्रव की आंशका को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनाती कर दी गई है। वहीं शिवशम्भू के भाई श्रीराम की तहरीर पर पुलिस ने बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

रितेश मौर्या की तरह मारी गई गोली

रितेश मौर्या को जिस तरह से बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारी थी, ठीक उसी तरह से शंभू और संजय को भी बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारी है। रितेश मौर्या की हत्या चुनावी रंजिश में बताई जा रही थी। हालांकि अभी तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है। उसमें भी अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उस घटना में भी सुपारी किलर शार्प शूटर के होने की आंशका थी। पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि हत्या की वजह अभी सामने नहीं आई है। हर पहलू पर जांच करते हुए छह अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं। गुरुवार को भी देर रात तक एसएसपी गगहा थाने पर मौजूद रहे।

ताबड़तोड़ घटनाओं से दहशत में है व्यापारी

गोरखपुर के दक्षिणांचल में स्थित गगहा थाना क्षेत्र में लगातार हो रही हत्याओं से लोग दहशत में हैं। पिछले ढाई महीने में इस इलाके में 7 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं। इनमें 4 हत्याएं तो सनसनीखेज ढंग से की गई हैं। तीनों घटनाओं में भट्ठा व्यावसायी जय नारायण शाह, पूर्व बसपा नेता रितेश मौर्या और अब हार्डवेयर दुकानदार शंभू मौर्या तथा उनके कर्मचारी संजय पांडेय की हत्या शामिल है। लोगों को यह लग रहा है कि बदमाश कभी भी किसी को भी अपना निशाना बना सकते हैं। क्षेत्र में हत्या की लगातार हो रही घटनाओं से पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है। रितेश मौर्या हत्याकांड का खुलासा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी थी कि अब शंभू मौर्या और संजय पांडेय की हत्या से राजनीति भी गर्माने की उम्मीद है।

लाश घर पर आते ही मचा कोहराम

संजय पांडेय का शव जैसे ही उनके गांव पहुंचा गांव में कोहराम मच गया। संजय के तीनों बच्चे और पत्नी शव से लिपट कर रोने लगे। बुजुर्ग माता-पिता, भाई-बहन और उनके साथ गांव के महिला पुरुष भी रो रहे थे। संजय के दरवाजे पर अगल-बगल गांव के भी काफी लोग इकट्ठे हो गये थे। शांति व्यवस्था कायम करने के लिए तीन थाने की पुलिस यहां पर तैनात थी। परिवारजनों ने एसडीएम गोला और सीओ गोला को एक मांग पत्र भी सौंपा जिसमें अपराधियों को फांसी की सजा दिलाने तथा कमजोर आर्थिक स्थिति देखते हुए 50 लाख का मुआवजा, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, परिवार को सरकारी सुरक्षा, शस्त्र लाइसेंस और मृतक के तीनो बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था की मांग की गई। एसडीएम गोला ने बताया कि डीएम से बात कर ली गई है। मुख्यमंत्री विवेकाधीनकोष जो भी मिलेगा दिया जाएगा। संजय के पिता ने रामनवल पांडेय ने मुखाग्नि दी।

कोठा में राप्ती तट पर हुआ शंभू  मौर्या  का अन्तिम संस्कार

शंभू मौर्या का शव जब उनके गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। पत्नी और परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था। शव आने की सूचना पर आस-पास के इलाके के लोगों की भारी भीड़ लग गई। लोगों में पुलिस के खिलाफ गुस्सा भी दिखा। कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग की पर शंभू के परिवार के लोग किसी तरह की राजनीति नहीं करना चाहते थे लिहाजा उन्होंने शव के अन्तिम संस्कार का फैसला किया और गांव के किनारे से बहने वाली राप्तीनदी के घाट पर शिवशंभू के शव का अन्तिम संस्कार किया गया। शिवशंभू के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी।

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