डॉक्‍टरों की चूक से वार्मर में जलकर नवजात की मौत, अस्‍पताल ने डिब्‍बे में बंद कर घर भेज दिया शव

 डॉ0 एस0 चंद्रा

   महराजगंज : एक निजी हॉस्पिटल के जिम्मेदारों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है। शुक्रवार की भोर में जन्मे शिशु को डॉक्टरों ने रेडिएंट वार्मर/फोटोथेरेपी के अंदर रख दिया। लेकिन तापमान को नियंत्रित करने में चूक से वार्मर की तपिश से नवजात शिशु जल गया। वार्मर में ही उसकी मौत हो गई। आरोप है कि शिशु की मौत के बाद सकते में आए हॉस्पिटल प्रबंधन ने शव को डब्बे में बंद कर घर भेज दिया।

आरोप है कि शिशु के शव को दफन भी करा दिया। वहीं, मामला जानकारी में आने के बाद परिजन हॉस्पिटल आकर प्रसूता को घर ले गए। फरेंदा कोतवाली में जाकर तहरीर दी। इस मामले में फरेंदा पुलिस ने आरोपित हॉस्पिटल चार कर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। केस दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

बृजमनगंज क्षेत्र के नौसागर के बंगला चौराहा की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के बाद गुरुवार की रात दस बजे फरेंदा के इस निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्रसूता के भाई जितेन्द्र मौर्य ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि शुक्रवार की भोर में महिला ने शिशु को जन्म दिया। बेटा पैदा होने पर परिजनों के चेहरे पर खुशी झलक उठी, लेकिन अगले ही क्षण डॉक्टर ने शिशु की हालत नाजुक करार देते हुए उसे हॉस्पिटल के वार्मर/फोटो थिरेपी के बॉक्स में रख दिया। बताया जा रहा है कि वार्मर के तापमान को नियंत्रित करने में लापरवाही के चलते शिशु उसमें जल गया और उसकी जान चली गई।

हॉस्पिटल सीसीटीवी कैमरा हटा रहे थे कर्मी, उसी समय पहुंच गई पुलिस

इस घटना के बाद हॉस्पिटल प्रबंधन सीसीटीवी कैमरों को हटाना शुरू कर दिया। इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंच गई। चार कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए थाने पर ले गई। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीण व परिजन कोतवाली पहुंचे। तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। 

प्रभारी निरीक्षक फरेंदा कोतवालीगिरिजेश उपाध्याय ने बताया कि फरेंदा उत्तरी बाईपास पर स्थित एक निजी हॉस्पिटल के वार्मर में नवजात शिशु के जलकर मौत की शिकायत मिली है। इस मामले में चार कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।

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