शपथ पत्रों में तथ्य छुपाने वाले प्रत्याशियों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा- एसएसपी

डॉ0 एस0 चंद्रा

 गोरखपुर : त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद सख्त है किसी भी तरीके से अपराधी अपने शातिर दिमाग से जनता का प्रतिनिधि बनने में कामयाब नहीं हो सकते हैं पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन हर गतिविधियों पर नजर बनाए रखी है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि पंचायत चुनाव में पर्चा दाखिल करने वाले प्रत्याशियों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है शपथ पत्रों में कुछ तथ्य छुपाया गया है तो उसे गंभीरता से लिया जा रहा है कुछ लोग जो सजाआपता या जिला बदर अपराधी अपने या अपने  परिवार के अन्य सदस्य द्वारा पर्चा दाखिल कर दिए हैं या दूसरों को धमकाकर पर्चा वापसी कराने का कार्य कीये है उनका जांच कराया जा रहा है कुछ अपराधियों का पर्चा तकनीकी कारणों  से  रिटर्निंग अफसर द्वारा पर्चा खारिज कर किया गया है। आगे एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से माफिया और गुंडा एक्‍ट के साथ गैंगेस्‍टर में निरुद्ध अपराधियों का पर्चा खारिज किया गया है ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में माफिया और गैंगेस्‍टर किसी भी तरह की गड़बड़ी न  करने पाएं उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है जिला बदर माफिया सुधीर सिंह भी किसी माध्‍यम से पर्चा भर दिया था उसकी पत्नी भी चुनाव लड़ रही थी जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ पर्चा निरस्‍त करने की कार्रवाई की है जो भी पर्चा दाखिल कर रहा है उनका आपराधिक इतिहास देखा जा रहा है जो अपराधी पर्चा दाखिल करने वालों को डरा धमका रहे हैं उन पर भी नजर रखी जा रही है कुछ माफियाओं के पर्चा कैंसिल भी किया गया है दुस्‍साहस करने वालों को बहुत अधिक भुगतना पड़ेगा पिपरौली से निर्विरोध पर्चा दाखिल करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है माफिया सुधीर सिंह पर दिसंबर 2020 में गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी इसके बाद छह महीने के लिए उसे जिला बदर कर दिया गया आगे पर्चा दाखिल करने वाली राशि प्रत्याशियों की अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है शपथ पत्त से मिलान करते हुए अगर कुछ तथ्य  छूपाए गए हैं तो उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि जिला बदर माफिया सुधीर सिंह और उनकी पत्‍नी अंजू सिंह का नामांकन खारिज कर दिया गया है निवर्तमान ब्‍लाक प्रमुख और उनकी पत्‍नी के निविरोध निर्वाचन को लगभग तय माना जा रहा था लेकिन चुनाव आयोग की सख्‍ती के बाद जिला प्रशासन का भी त्रिस्‍तरीय पंचायत चुनाव में मैदान में कूदने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसा है दिसंबर माह में ही सुधीर सिंह के गोरखपुर के आदर्शनगर और कालेसर स्थित मकान पर जिला प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई भी की है गोरखपुर के पिपरौली विकास खंड के वार्ड नंबर 52 अमरौटा से क्षेत्र पंचायत सदस्‍य की दावेदारी करने वाले जिला बदर माफिया और पिपरौली के निवर्तमान ब्‍लाक प्रमुख सुधीर सिंह और पत्नी अंजू सिंह का वार्ड नंबर-45 कालेसर से पर्चा भरने वाली पत्‍नी अंजू सिंह का भी पर्चा खारिज हो गया है इसकी पुष्टि जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने की है जिलाधिकारी के विजयेन्‍द्र पाण्डियन का कहना है कि माफिया को जिला बदर किया गया है किसी ने सुधीर के नाम से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था चर्चा के बाद आरओ और एआरओ की ओर से ये कार्रवाई की गई है और पर्चा भरने वाले प्रत्याशियों की अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है उनके ऊपर भी पर्चा खारिज करते हुए कार्यवाही की जाएगी।

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