आयुर्वेद के राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक वैद्य आत्माराम दुबे जी का निधन, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने शोक संवेदना व्यक्त की

विश्वदेव सर्राफ

गोरखपुर, कविराज  (वैद्य) आत्माराम दुबे जी का निधन आज  प्रातः दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में हो गया। वे कोरोना महामारी से ग्रसित हो गए थे।श्री दुबे का जन्म 1941 में गोरखपुर जिले के चौरीचौरा से 6 किलोमीटर दूर  ब्रह्मपुर गाँव में हुआ था वह एक वंश परंपरागत,आयुर्वेद चिकित्सक थे। उनके बाबा बलदेव प्रसाद दुबे सन 1891 से 1961 तक और पिता गया प्रसाद दुबे सन1925 से 1971तक आयुर्वेद चिकित्सक थे। उनके दोनों पुत्र  शिवा निकेत दुबे,कृष्ण निकेत दुबे आयुर्वेद चिकित्सक हैं।  पौत्र रामेश्वर दुबे आयुर्वेद चिकित्सक, अमरेश्वर दुबे दंत चिकित्सक, अविजित दुबे इंजीनियरिंग व मुकुल दुबे एमबीए की पढाई कर रहे हैं ।श्री दुबे विश्व आयुर्वेद परिषद, भारतीय आयुर्वेद विकास परिषद, नेशनल इंट्रीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन जैसी आयुर्वेद जगत की अनेक अग्रणी संस्थाओं में उच्च पदासीन थे। साथ ही गंगोत्री देवी शिक्षण संस्थान, तुलसीदास महा विद्यालय ,आर्य कन्या इंटर कॉलेज, गोरखपुर जैसी महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थाओं में भी महत्वपूर्ण पदों पर थे। वे आर्य समाज गोरखपुर के भी संरक्षक सदस्य थे। इसके अतिरिक्त भी अनेकानेक सेवा संस्थानों में उनका विशेष योगदान था। उनके निधन पर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्य नाथ ने शोक संवेदना व्यक्त की



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