कार्यकारिणी समिति की 17वीं बैठक में तैयार हुआ शहर के विकास का खाका

डॉ0 एस0 चंद्रा

         गोरखपुर : महापौर सीताराम जायसवाल की अध्यक्षता में नगर निगम कार्यकारिणी समिति की 17वीं बैठक सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए नगर निगम सदन हाल में आहूत की गयी । जिसका प्रथम बिन्दु नगर निगम कार्यकारिणी समिति की 15वीं बैठक दिनांक 22-02-2021 के कार्यवाही की पुष्टि पर विचार-विमर्श के उपरान्त सर्वसम्मति से पुष्टि की गयी। 

14वीं बैठक दिनांक 30-01-2021 जिसमें उप सभापति का निर्वाचन हुआ था इसलिए उसकी भी पुष्टि की गयी।

1- कार्यसूची के अनुसार तृतीय बिन्दु निर्माण विभाग के कार्यो पर विचार-विमर्श के दौरान पार्षदों के अनुरोध पर पूर्व बैठक में प्रत्येक वार्ड में पार्षद वरीयता के अनुसार रू. 30.00 लाख का कार्य कराया जाएगा जिसकी स्वीकृति दी गयी थी किन्तु कोरोना महामारी के भयावह प्रकोप के कारण अपेक्षित कार्यवाही नहीं हो सकी जिसके सम्बन्ध में नगर आयुक्त द्वारा सभी पार्षदों से कहा गया कि अपना प्रस्ताव आप महापौर के माध्यम से भेजे बजट के अनुसार शीघ्र कार्यवाही करते हुए सभी वार्डो में विकास कार्य हेतु कार्यवाही की जाएगी। उक्त के अतिरिक्त विभिन्न वार्डो से कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा दिये गये प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया गया। कुछ वार्डो में नाला निर्माण न होने के कारण क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होना बताया गया जिसपर महापौर ने अवगत कराया  कि नाला निर्माण के सम्बन्ध में एक वृहद प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है शेष अन्य स्थलों का सर्वे कराकर शीघ्र प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाएगा जिससे किसी भी क्षेत्र में जल निकासी की अधूरी व्यवस्था न रहे।

2- कार्यसूची के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के कार्यो पर विचार-विमर्श के दौरान निर्णय लिया गया कि जिन वार्डो में पूर्व में मानक के अनुसार सफाई कर्मी तैनात किये गये थे जाॅच के दौरान कई कर्मी कार्य पर नहीं आ रहे है उनके स्थान पर अन्य कर्मी को सी0एल0सी0 के माध्यम से तैनात किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के कार्याे की देख-रेख एवं महानगर में प्रभावी ढ़ंग से सैनेटाइजेशन कराने के लिए नगर आयुक्त एवं अधिकारियों कर्मचारियों के कार्यो की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया गया। नगर निगम, गोरखपुर के कुशल नेतृत्व में कर्नल सी0पी0 सिंह एवं समस्त सम्बन्धित अधिकारियों के प्रयास से कोरोना से मृत एवं अन्य बीमारियों से मृत भारी संख्या में मृतकों का अन्तिम संस्कार नगर निगम, गोरखपुर द्वारा निःशुल्क लकड़ी की व्यवस्था करते हुए तत्परता के साथ अन्तिम संस्कार भी हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार कराये जाने पर भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी। कुछ सदस्यों द्वारा यह भी कहा गया कि पूरे प्रदेश में ऐसी व्यवस्था कहीं नहीं थी सबसे अच्छी व्यवस्था नगर निगम, गोरखपुर के है जिसके लिए पूरे प्रदेश में नगर निगम की तारीफ की जा रही है। आर0ई0एस0 एवं डूडा विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यो में शिथिलता के साथ ही गुणवत्ता की कमी है जिसपर कड़ी कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक कर कार्य गुणवत्तपूर्ण शीघ्र कराने हेतु निर्णय लिया गया।

3- जलकल विभाग के कार्यो के प्रति  सदस्यों द्वारा अवगत कराया गया कि बहुत मुश्किल से महानगर मुख्य मार्गो का निर्माण हुआ है उसमें कुछ स्थानों पर निर्माण कार्यो के कुछ दिनों बाद ही रोड़ काटकर गड्ढ़ा कर दिया जाता है तथा कनेक्शन दे दिया जाता है तथा कनेक्शन देने के पूर्व महाप्रन्धकल, जलकल निर्माण विभाग से अनापत्ति प्राप्त करके ही नया कनेक्शन दिया जाए अथवा जब सड़क बने तो उसके पूर्व प्रचार-प्रसार कर आस-पास के लोगों कहा जाए की रोड़ बनने वाली है कनेक्शन की आवश्यकता हो तो ले अन्यथा रोड बनने के बाद कनेक्शन लेने में बहुत कठिनाई होगी।

उक्त के अतिरिक्त महापौर द्वारा महाप्रबन्धक को निर्देशित किया गया कि 15वें वित्त में स्वीकृत 13बड़े नलकूपों एवं 9 छोटे नलकूपों का अधिष्ठापन कार्य सी0एनडी0एस0 नलकूप विंग, उ0प्र0 जल निगम द्वारा कराया जाना था कई महीना बीत जाने के बाद भी अधिकतर स्थानों पर कार्य प्रारम्भ नहीं कराया गया एवं जो कार्य प्रारम्भ हुए है वह अपूर्ण है इसे शीघ्र अधिकारियों से वार्ता कर कार्य समय के अन्दर कराना सुनिश्चित करायें साथ ही स्टेनलस स्टील के 10 अद्द टैंकरों आपूर्ति यू0पी0 स्टेट एग्रो से प्राप्त करने हेतु कड़ी कार्यवाही करें और शीघ्र उसे प्राप्त कर अवगत कराये।

4- कर विभाग के कार्यो पर विचार-विमर्श के उपरान्त निर्णय लिया गया कि कोरोना काल में करारोपण एवं कर निर्धारण की कार्यवाही कराया जाए साथ ही करों की बकाया वसूली के सम्बन्ध में सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही करते हुए वसूली किया जाए।

5- पथ प्रकाश विभाग के कार्यो पर चर्चा के दौरान अवगत कराया गया कि कम्पनी द्वारा नियुक्त ठेकेदार हड़ताल पर होने के कारण अनेक पथ प्रकाश बिन्दु बुझे हैं उन्हे नगर निगम द्वारा शीघ्र ठीक कराया जाए।

मार्गो एवं चैराहों के नामकरण हेतु नामकरण उपसमिति का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष ऋषि मोहन वर्मा, उप सभापति होंगे उनके सहयोग हेतु सदस्य के रूप सर्वश्री आलोक सिंह‘‘विशेन‘‘, मनु जायसवाल, आनन्द वर्धन सिंह, श्रीमती शकुन मिश्रा होगे। उपसमिति द्वारा प्राप्त आवेदनों की नियमानुसार जाॅच कर निर्णय लिया जाएगा। तत्पश्चात कार्यकारिणी समिति/सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।

अन्त में महापौर द्वारा नगर निगम में कोरोना महामारी के प्रभाव को कम करने तथा कोरोना महामारी के मृत लोगों के अन्तिम संस्कार करने के साथ ही महानगर को सैनेटाइज करने, साफ-सफाई आदि में नगर आयुक्त, उनकी टीम, मा0 पार्षद एवं आम जनमास के सहयोग की प्रशंसा करते हुए सबको बधाई दिया गया तथा नगर निगम द्वारा राजघाट शवहाद में निःशुल्क दाह संस्कार हेतु लकड़ी आदि की व्यवस्था आदि लिए सभी धन्यवाद के पात्र है। मुख्यमंत्री  द्वारा नगर निगम गोरखपुर को जो भी निर्देश दिया गया है उसका पालन नगर निगम, गोरखपुर के समस्त अधिकारियों द्वारा किया गया। नगर आयुक्त द्वारा  सदस्यों के जनहित की मांगो पर त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिया गया। सम्भावित कोरोना की तिसरी लहर में बच्चों को बचाने में सभी को पुनः अपने स्तर से पूर्ण आस्था एवं लगन से जुटे रहते हुए महानगरवासियों में कोरोना के तीसरी लहर के प्रकोप से बचाने हेतु कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया। धन्यवाद के साथ बैठक समाप्त करने की घोषणा की गयी। उक्त अवसर पर सर्वश्री उप सभापति ऋषि मोहन वर्मा, आलोक सिंह ‘‘विशेन‘‘, मनु जायसवाल, चन्द्रप्रकाश सिंह, जियाउल इस्लाम, मो0 मतीनउद्दीन, श्रीमती शकुन मिश्रा, मो0 अफरोज उर्फ गब्बर, राजेन्द्र तिवारी, रमेश यादव, आनन्द वर्धन सिह, नगर आयुक्त अविनाश सिंह, मुख्य अभियन्ता सुरेश चन्द, अपर नगर आयुक्त डी0के0 सिन्हा, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला, सहायक नगर आयुक्त वैभव त्रिपाठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी मुकश रस्तोगी महाप्रबन्धक जलकल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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