डॉ0 एस0 चंद्रा
गोरखपुर : महापौर सीताराम जायसवाल ने राप्ती नदी में तलहटी में जमे सिल्ट और गाद को निकाल कर पूर्व अवस्था मे लाये जाने के लिये चल रहे कार्य का निरीक्षण किया। महापौर ने बरसात और बाढ़ की आशंका के मद्देनजर कार्य मे और भी तेजी लाने का निर्देश दिया। महापौर ने कहा मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरुप नदी,ताल,जलाशय को अपने मूल रूप में लाने की योजना व बाढ़ आने से पूर्व उसके बचाव की प्रयाप्त उपाय की तैयारियों को समय से पूर्व समाप्त करने की है।
महापौर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में नदियों और घाटों की दशा सुधारने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा एवं निर्देशन में गोरखपुर में राजघाट पर राप्ती नदी की तलहटी में जमे सिल्ट और गाद को निकाल कर पूर्ववत प्राकृतिक अवस्था में लाने का कार्य किया जा रहा है, यह कांट्रेक्ट जे.एस. क्लीनटेक प्रा०लि० को दिया गया है। जिन्होंने इस कार्य के लिए इजराइल से लाये गए ड्रेजर मशीन आई. एम. एस. 7012 क्लचर सक्शन को नदी में उतारा है. यह मशीन एक किमी. के दायरे में नदी किनारे की ट्रिमिंग करेगी और नदी के तलहटी में अत्यधिक मात्रा में जमा सिल्ट और कचरा को बाहर निकालेगी।
कंपनी के सुपरवाइजर बी. डी. जोशी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट बीते 21मई से शुरू हुआ है और लगभग 25% कार्य पूरा किया जा चुका है. कुछ तकनीकी और समयपूर्व बाढ़ की स्थिति के कारण कार्य में अवरोध उत्पन्न हो गया था लेकिन कान्ट्रेक्टर द्वारा भारी उपकरणों और मशीनरी को नदी में कार्यरत ड्रेजर की सहायता के लिए मोबलाइज किया गया है जिससे कि भारी बारिश में भी यह कार्य निरंतर चलता रहे। इस कार्य से स्थानीय आबादी को भी बाढ़ की विभीषिका से बचाव होगा और नदी की तलहटी के गहरा हो जाने से पानी की धारा का प्रवाह सीधा नदी में होगा और घाट के आसपास जलभराव और बाढ़ का संकट समाप्त होगा।
निरीक्षण के समय स्थानीय पार्षद संजय श्रीवास्तव, एक्सक्यूटिव इंजीनियर ड्रेनेज वी के वर्मा, इंजीनियर अवधेश कुमार,इंजीनियर आर के मल्ल, जूनियर इंजीनियर नवीन कुमार,राकेश रोशन,अवधेश कुमार,कंपनी के लीगल एडवाइजर एडवोकेट धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी और यूनिट के कर्मचारियों के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें