हमें कोविड के घटते केस को देखकर यह लगता है कि कोविड चला गया है और लापरवाहियां शुरू हो जाती है - रवि कुमार एनजी

चौरीचौरा टाइम्स न्यूज डेस्क 

कुशीनगर,  गोरखपुर आयुक्त श्री रवि कुमार एनजी के अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कुशीनगर में बैठक आयोजित की गई। बैठक मुख्यतः कोविड-19 वैक्सीन की स्थिति, तथा जापानी इंसेफेलाइटिस एवं ए0 ई0 एस0  के संबंध में था। जिलाधिकारी महोदय ने कोविड-19 से संबंधित, टीकाकरण ,ऑक्सीजन प्लांट तथा ए0 ई0 एस0 एवं जे0ई0के संबंध में आयुक्त महोदय को बिंदुवार प्रस्तुतीकरण दिया। आयुक्त महोदय ने पूछा कि ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य शुरू हुआ है कि नहीं, जनरेटर के बारे में उन्होंने सीएमओ से स्थिति स्पष्ट करने को कहा। सीएमओ को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द जनरेटर हेतु टेंडर एवं आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए अभी से तैयार रहने की जरूरत है।  जहां कोविड बचाव हेतु इक्विपमेंट की आवश्यकता है उसे समय रहते उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।  उन्होंने कहा कि हमें कोविड के घटते केस को देखकर यह लगता है कि कोविड चला गया  है और लापरवाहियां शुरू हो जाती है लेकिन हमें हमेशा आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी रखनी चाहिए । इस संदर्भ में उन्होंने आवश्यक रणनीतियों की भी चर्चा की। आयुक्त महोदय ने जनपद के अस्पतालों की स्थिति के बारे में भी पूछताछ की तथा ऑक्सीजन पाइप लाइन हेतु कनेक्टिविटी के संदर्भ में भी जानकारी ली। उन्होंने टीकाकरण के संदर्भ में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के प्रथम एवं द्वितीय डोज के बीच आने वाले अंतर का कारण पूछा तथा रणनीति पूछा कि कैसे दूसरे डोज को पूर्ण करवाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 2 से 3 दिन में हेल्थ केयर वर्कर्स का डाटा दें एवं उन्हें कैसे कवर करना है इसकी रणनीति भी बता दें। उनके अनुसार ये लोग काफी महत्वपूर्ण हैं इनका किसी भी दशा में दोनों  डोज लगा होना चाहिए । उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रणनीति के तहत ही टीकाकरण किया जाए। उन्होंने विशेष समुदाय के लोगों एवं मुसहर समुदायों के लोगों के बीच टीकाकरण हेतु रणनीतियों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा शून्य टीकाकरण कहीं नहीं होना चाहिए । शून्य टीकाकरण का मतलब यह निकलता है कि आपके पास कार्ययोजना की कमी है।  इस संदर्भ में उन्होंने क्षेत्रवार रणनीति अपनाकर टीकाकरण करने को कहा। टीकाकरण हेतु पंजीकरण के संदर्भ में भी उन्होंने व्यवहारिक समस्याओं की चर्चा करते हुए आवश्यक रणनीति तैयार करने पर बल दिया।

 एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम तथा जापानी इंसेफेलाइटिस के संदर्भ में उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सलाह दी। इस मामले की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि हर दिन  कितने बच्चे एडमिट हुए हैं, डिस्चार्ज हुए हैं , स्थिति क्या है इन सबों का डाटा बनाइए। मरीज के परिवार से निरंतर संवाद बनाकर रखें। इस संदर्भ में उन्होंने सीडीओ की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाने की बात की तथा हर ब्लॉक स्तर पर 4 लोगों की टीम को सक्रिय करने के निर्देश दिए जिसमें एमओआईसी, सीडीपीओ, बीडियो इत्यादि रहेंगे। उन्होंने इस क्रम में तालाबों में या अन्य जगहों पर जलजमाव होने पर निरंतर फागिंग एवं एंटी लार्वा के छिड़काव किये जाने का निर्देश डीपीआरओ तथा एडीएम को दिया। उन्होंने कहा कि कहीं  भी रुके हुए पानी की जगह नहीं छूटने पाए ।इस संदर्भ में गांव के प्रधान से भी समन्वय स्थापित कर सफाई कार्य एवं एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाना चाहिए।

 इस अवसर पर जिला अधिकारी एस0 राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी अनुज मलिक, जॉइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा, अपर जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय, जिला चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र गुप्ता समेत स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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