बांसगांव: गांव में नाली और सड़क की हो रही है दुर्दशा

पवन गुप्ता


 बांसगांव,गोरखपुर।देश के प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए जहां प्रदेश के मुखिया दृढ़ संकल्पित हैं और उस को सफल बनाने के लिए समय-समय पर तरह-तरह के योजनाएं चलाई जाती हैं परंतु इन योजनाओं को पतीला लगाने के काम  में जनप्रतिनिधि (ग्राम प्रधान) और सरकारी कर्मचारी कोई  कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं । मामला मुख्यमंत्री के गृह जनपद के बांसगांव ब्लाक के  ग्राम पंचायत अम्मरपुर के ग्राम डडवा मनोहर का है। जहां पर घरों के पानी निकलने के लिए  आरसीसी सड़क को खोदकर नाली का निर्माण कराया गया था। और नालियों को खुली अवस्था में छोड़ दिया गया। वर्तमान स्थिति यह है कि न घर का पानी ही बाहर निकल रहा है और ना ही घर के आदमी  ही घर से बाहर वाहन या साइकिल के साथ निकल पा रहे हैं। स्थिति यह है कि सड़क ही नाली बन गई है और लोगो का  आवागमन कठिन गया है।इसी  गांव से लगातार 20 वर्षों से ग्राम प्रधान प्रतिनिधित्व कर रहै है।जब प्रधान के गृह ग्राम का यह दुर्दशा है तो ग्राम पंचायत के अन्य गांव का क्या हाल होगा?

 इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।दस्तक अभियान के तहत  सफाई कर्मी ,सफाई अभियान केवल कागजों में ही किए है, यह दृश्य देखने से ही साबित हो जाता है। बच्चे, बुजुर्गऔर महिलाएआए दिन नाली में गिर कर दुर्घटना की शिकार हो रही है परंतु इस ओर किसी की भी नजर नहीं पड़ रही है।

 विदित है कि यह ग्राम अंबेडकर ग्राम घोषित था उसी के तहत आरसीसी सड़क का निर्माण कराया गया था।इस ग्राम पंचायत में सफाई कर्मी नरादात रहते है। इन कर्मियों की उपस्थिति केवल कागजों में ही रहती है ।इन लोगों को ग्राम प्रधान का वरदहस्त प्राप्त  है।

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