प्रेमिका को पाने के लिए 5 साल के भाई का अपहरण;

गोरखपुर;(पवन गुप्ता) जनपद के कैम्पियरगंज इलाके में प्रेमिका को पाने के लिए पिकअप ड्राइवर ने शुक्रवार की दोपहर में उसके 5 साल के भाई का अपहरण कर लिया। बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। देखते ही देखते गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गई। दबिश के दबाव में शुक्रवार की रात में गांव के बाहर सड़क से अपहृत बालक मिल गया। पुलिस ने मासूम को परिवारीजनों को सौंप दिया। बालक की मां की तहरीर पर संतकबीरनगर के मेंहदावल क्षेत्र के बनकसिया गांव निवासी पिकअप चालक दिनेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।

एक पोल्ट्री फार्म की पिकअप गाड़ी का चालक दिनेश यादव उसी गांव के एक व्यक्ति के घर आता-जाता था। उसी दौरान वह उनकी बेटी को बीते फरवरी माह में बहला-फुसला कर भगा ले गया था। दो माह तक साथ रखने के बाद लड़की को लेकर लौट आया था। लड़की अपने घर रहने लगी थी। लड़की को अपने साथ रखने के लिए वह उसके परिवारीजनों पर दबाव बना रहा था। परिवार के लोगों ने बेटी को दिल्ली में अपने रिश्तेदार के पास भेज दिया था। लड़की के पिता विदेश रहते हैं। घर पर मां ही रहती है। आरोपित चालक लड़की को दिल्ली से वापस बुलाने के लिए उसकी मां पर लगातार दबाव बना रहा था।

वहीं परिवार के लोग बेटी की शादी सजातीय लड़के से करने की तैयारी में थे। इस बीच शुक्रवार को दिन में दो बजे के आसपास दिनेश ने पांच साल के बच्चे को मोहरा बनाकर अपनी प्रेमिका से मिलने का नाटक किया। पांच वर्षीय बालक व उसकी आठ साल की बहन को 10 रुपये देकर गांव के बाहर एक दुकान से टॉफी लेने के लिए भेज दिया। पीछे से जाकर उसने मासूम को अगवा कर लिया। मासूम के साथ गई बहन से कहा कि अपनी मां से कह देना जब तक उसकी बड़ी बहन दिल्ली से नहीं आएगी तब तक बच्चे को नहीं छोडूंगा। बच्ची ने घर आकर मां को पूरी जानकारी दी।देर शाम तक जब अपह्रत बालक घर नहीं पहुंचा तो मां ने पुलिस को सूचना दी। कैम्पियरगंज पुलिस तत्काल मोबाइल की लोकेशन के आधार पर आरोपित की खोजबीन करने में जुट गई। घटना की सूचना पर रात में ही एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी भी मौके पर पहुंच गए। अन्य थाने की पुलिस भी पहुंच गई। गांव व आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस का बढ़ता दबाव देख आरोपित ने आधी रात बाद यानी करीब दो बजे गांव के बाहर अपहृत बालक को छोड़कर फरार हो गया। थाना प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह ने कहना है कि बालक की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बच्चे के बरामद होने के बाद पुलिस ने पीछे की पूरी कहानी को गायब कर बच्चे को लापता दिखाकर सड़क के किनारे से बरामद करने का दावा कर दिया। जबकि पुलिस को पता था कि इसमें क्या कहानी है। जब अधिकारियों को खबर हुई और कैम्पियरगंज पुलिस की मिलीभगत सामने आई तब जाकर आनन-फानन में केस दर्ज किया गया और आरोपित की तलाश शुरू हुई।

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