गोरखपुर का बरहुआं ट्रांसमिशन स्टेशन बंद होता तो गुल हो जाती शहर की बिजली

 गोरखपुर; (पवन गुप्ता) जनपद में बिजली विभाग और प्रशासन के अधिकारियों की सूझबूझ से बरहुआं ट्रांसमिशन स्टेशन बुधवार रात बाढ़ के पानी से प्रभावित होने से बच गया, वरना गीडा औद्योगिक इकाई समेत लाखों लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ता। बुधवार रात ट्रांसमिशन यार्ड और ट्रांसफार्मर तक पानी पहुंच गया था। अधिकारियों ने बेहद तेजी से ट्रांसमिशन केंद्र का पानी बाहर निकलवाया।

अधिशासी अभियंता ने बताया कि बरहुआं ट्रांसमिशन स्टेशन के सामने वाले गांव इलाके में बाढ़ का पानी भर गया था। गांव के सामने सड़क को दूसरी छोर पर बड़ा नाला है। स्थानीय ग्रामीणों के साथ कुछ अन्य लोगों ने गांव के पानी को नाले की तरफ कर दिया। इसके बाद ट्रांसमिशन की दीवार को त़ोड़कर उस रास्ते नाली के पानी को बहाने लगे। सूचना मिलने पर रात 1:15 बजे पहुंचा देखा तो अंदर यार्ड तक पानी पहुंच गया था। इसी पर ट्रांसफार्मर लगे थे।

इससे शहर के साथ गीडा इलाके में आपूर्ति दी जाती है। नाली का पानी रिसते हुआ अंदर की तरफ जा रहा था। रोकने का प्रयास किया गया तो गांव वालों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद एसडीएम सहजनवां और नायब तहसीलदार को फोन पर पूरी बात बताई। उनसे बताया कि अगर ट्रांसमिशन में पानी भर गया और किसी तरह का फाल्ट हो गया तो आधे शहर के साथ गीडा औद्योगिक इकाई की बिजली गुल हो जाएगी। इसके बाद उसे सामान्य कर पाना काफी मुश्किल हो जाएगा। अधिकारियों के पहुंचने के बाद  नाली के पानी को ट्रांसमिशन से बाहर निकलवाया गया। दीवार सही करवा कर नाली पर मिट्टी पटवाई गई। इससे स्थिति संभाली जा सकी।

बंद हो जाते ये बिजली घर;

ट्रांसमिशन उपकेंद्र से मोहद्दीपुर न्यू, ओल्ड के साथ एफसीआई ( 132 ) बंद हो जाता। इससे शहर के छोटे बिजली घरों को बिजली दी जाती है। ऐसे में तारामंडल, रूस्तमुर, रानीबाग, खोराबार, रेलवे, जीआरडी, मोहद्दीपुर, न्यू धर्मशाला, टाउनहाल, बक्शीपुर, शाहपुर, एफसीआई से विकास नगर, राजेंद्र नगर, सूरजकुंड, भटहट, पनियरा, पिपराइच, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, बरहुआं से लालडिग्गी, गीड़ा औद्योगिक व आवासीय क्षेत्र सहित कुल 34 बिजली घर बंद हो जाते।

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