जोन के तेजतर्रार इंस्पेक्टर अपराध रोकने के लिए बुलाये गये गोरखपुर-एडीजी

गोरखपुर,(पवन गुप्ता)अपर पुलिस महानिदेशक काश 28 सितंबर को गोरखपुर में रहते तो मनीष गुप्ता कि शायद जान बच जाती और पुलिस की छवि धूमिल नहीं होती अब जो पुलिस के ऊपर दाग लगा है उसे साफ होने में वक्त लगेगा धूमिल दाग को साफ करने के लिए गोरखपुर जोन के अन्य जनपदों में तैनात तेजतर्रार इंस्पेक्टरों को बुलाकर गोरखपुर जिले में तैनात किया जाएगा जिससे 28 सितंबर को एडीजी जोन अखिल कुमार की अनुपस्थिति में रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के कृष्णा होटल में रामगढ़ ताल पुलिस द्वारा संदिग्धों की तलाशी के दौरान मनीष गुप्ता की   मृत होना व 30 सितंबर को रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र में ही मॉडल शॉप पर कर्मचारी द्वारा फिरी में दारू ना पिलाना महंगा पड़ा जिसे अपने जान की कुर्बानी देनी पड़ी गुंडों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया 30 सितंबर को ही खोराबार थाना अंतर्गत रामगढ़ खुर्द पासी टोला प्रॉपर्टी डीलर ने अपने साथी पर गोली चलाई लेकिन मोबाइल ने जान बचा दिया अब ऐसी घटना घटित ना हो एडीजी जोन छुट्टी से वापस आने पर घटना स्थलों का ताबड़तोड़ निरीक्षण कर फैसला लिया कि गोरखपुर जोन के अन्य जनपदों में तेजतर्रार निरीक्षकों को बुलाकर गोरखपुर के स्थिति को सुधारा जाए क्योंकि गोरखपुर जनपद में तेजतर्रार इंस्पेक्टरों का तबादला गैर जनपदों में हो जाने से यह स्थिति उत्पन्न हुआ है  अन्य जनपदों से तेजतर्रार  इन इंस्पेक्टरों के आ जाने से कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने  में  जोन के अन्य जनपदों से दस इंस्पेक्टर को बुलाया जा रहा है जिसमे  सिद्धार्थनगर से निरीक्षक रणधीर कुमार मिश्रा निरीक्षक राजेंद्र बहादुर सिंह बहराइच से निरीक्षक मधुप कुमार मिश्र निरीक्षक संजय कुमार सिंह गोंडा से निरीक्षक श्याम बहादुर सिंह सर्वाधिक बलरामपुर जनपद से 5 इंस्पेक्टर निरीक्षक कमलेश कुमार निरीक्षक विवेक मलिक निरीक्षक मानवेंद्र पाठक निरीक्षक चंद्रहास मित्र निरीक्षक उमेश कुमार बाजपेई के आ जाने से  घटनाओं पर अंकुश लगाने में  मदद मिलेगा और वरिष्ठ अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना पड़ेगा तभी अपराध व अपराधियों पर अंकुश पूर्ण रूप से लग सकेगा अकेले चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।

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