गोरखपुर,(पवन गुप्ता) कोषागार के बाबू आए हुए पेंशनरों से सुविधा शुल्क लेने के बाद ही जीवित प्रमाण पत्र अंकन करने का कार्य करते थे समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर छपने के बाद जिलाधिकारी ने उक्त ट्रेजरी बाबू के ऊपर कार्रवाई करते हुए जांच समिति बैठा दी और नई व्यवस्था लागू कर दिया कि ट्रेजरी का चक्कर किसी भी पेंशनरों को नहीं लगाना पड़ेगा अब उन्हें किसी भी साइबर कैफे या इंटरनेट से ऑनलाइन अपने प्रमाण पत्र जीवित होने का जमा करें इस नई व्यवस्था से ट्रेजरी का चक्कर लगाने से बुजुर्गों को छुटकारा मिल गया बुजुर्ग पेंशनर जिलाधिकारी को लाख-लाख धन्यवाद दे रहे । जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मुख्य कोषाधिकारी की नींद खुली मुख्य कोषाधिकारी ने निर्देश जारी किया कि कोषागार गोरखपुर से पंेशन प्राप्त कर रहे समस्त पेंशनरों को एतद्द्वारा सूचित किया जाता है कि प्रत्येक वर्ष माह नवम्बर में जीवित प्रमाण पत्र जमा करने हेतु कोषागार में अत्यधिक भीड़ हो जाती है, जिससे वृद्ध एवं अस्वस्थ पेंशनरों को काफी असुविधा होती है। उ0प्र0 शासन द्वारा पेंशनरो की सुविधा हेतु डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की व्यवस्था की गयी है। पेंशनर बेवसाइटwww.jeevanpraman.gov.in पर जाकर अपना जीवित प्रमाण पत्र दे सकते है साथ ही वे अपना पेंशन प्राप्त कर रहे बैंको के माध्यम से तथा अपने विभाग के आहरण-वितरण अधिकारी के माध्यम से भी जीवित प्रमाण पत्र दे सकते है। शासन द्वारा पोस्ट आफिस के माध्यम से भी जीवित प्रमाण पत्र जमा करने हेतु नई व्यवस्था लागू की गयी है। समस्त पेंशनरो से अनुरोध है कि कोषागार में भीड़ से बचने हेतु उपरोक्त व्यवस्थाओं के माध्यम से भी अपना जीवित प्रमाण पत्र कोषागार को प्रस्तुत कर सकते है।
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